प्रधानमंत्री मोदी ने योगी सरकार के मंत्रियों को सुशासन के लिए दिया ये ख़ास गुरुमंत्र,साथ में किया रात्रिभोज
बुद्ध पूर्णिमा पर नेपाल के लुंबिनी में भगवान बुद्ध की वंदना कर लौटे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुशीनगर के बाद शाम को लखनऊ पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उन्होंने योगी मंत्रिमंडल के साथ बैठक कर मंत्रियों को सुशासन का गुरुमंत्र दिया। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर विभिन्न विभागों की सौ दिन और छह माह की कार्ययोजना का संक्षिप्त ब्योरा संबंधित मंत्रियों से लिया। उनका जोर था कि मंत्री इस तरह से काम करते रहें कि सरकार की जनहितकारी योजनाओं का लाभ गरीबों तक पहुंचे और उनका विश्वास सरकार के प्रति और मजबूत हो।
पीएम मोदी सोमवार शाम को लगभग छह बजे लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा पहुंचे। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने उनकी अगवानी की। यहां से कार द्वारा प्रधानमंत्री करीब 6.30 बजे मुख्यमंत्री के कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे। यहां योगी सरकार के सभी मंत्री पहले ही आ चुके थे। जिनके प्रधानमंत्री ने मुलाकात की और सभी के साथ फोटो खिंचवाई। बैठक के बाद दिल्ली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री का सभी के साथ रात्रिभोज भी कार्यक्रम में शामिल रहा।
मंत्रियों से मुलाकात के कुछ समय आरक्षित रखने के बाद मंत्रियों के साथ बैठक शुरू हो गई। चूंकि, मंत्रियों को पहले ही बता दिया गया था कि अपने-अपने विभागों की सौ दिन और छह माह की कार्ययोजना के साथ ही हाल ही में किए गए मंडल और जिलों के भ्रमण की रिपोर्ट भी लेकर उपस्थित रहना है, इसलिए सभी मंत्री इसी तैयारी के साथ आए थे।
सूत्रों ने बताया कि पीएम ने कुछ मंत्रियों से विभागीय कामकाज के बारे में संक्षेप में जानकारी ली। इसके बाद सुझाव दिए कि किस तरह से जनहित की योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। राजनीति को सेवा का माध्यम बताते हुए सरकार के प्रति जनता के विश्वास को बनाए रखने पर जोर दिया।
उल्लेखनीय है कि टीम योगी ने काम ही 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव को लक्ष्य बनाते हुए शुरू किया है। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने जो लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी किया था, उसके अधिकांश संकल्प 2024 तक पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री ने कहा है। उसी को ध्यान में रखते हुए सभी विभागों की सौ दिन और छह माह की कार्ययोजना बनाई गई है। उसी का संक्षिप्त ब्योरा प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुत किया गया।
योगी आदित्यनाथ सरकार 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ही कार्ययोजना बनाकर काम कर रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र के अधिकांश संकल्पों को 2024 तक पूरा करने का इरादा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे पहले 25 मार्च को लखनऊ में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण में आए थे। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना इंटरनेशल क्रिकेट स्टेडियम में उनके साथ केन्द्र सरकार के कई मंत्री भी थे। उस समय भी पीएम मोदी ने योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रियों का हौसला बढ़ाया था।
सीएम आवास में दूसरी बार पीएम नरेन्द्र मोदी का डिनर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे पहले 20 जून 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार के शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर रात्रि भोज पर गए थे। उस समय विपक्ष के नेताओं को भी बुलाया गया था। बसपा मुखिया मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तो डिनर में नहीं गए थे, लेकिन मुलायम सिंह यादव डिनर में मौजूद रहे थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली जाकर पीएम मोदी को 16 मई के डिनर के लिए आमंत्रित किया था। प्रधानमंत्री ने तभी अपनी सहमति जता दी थी। तब तारीख तय नहीं हो सकी थी। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए इस डिनर के मायने अलग हैं। पीएम का उनके घर दूसरी बार पहुंचना दर्शाता है कि उनके बीच की केमिस्ट्री बेहद मजबूत है। मोदी इससे पहले योगी के पहले कार्यकाल में 20 जून 2017 को उनके आवास पर डिनर के लिए गए थे।
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