Uttarakhand

किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस हाईकमान को भेजा स्पष्टीकरण, कही ये बात

भाजपा और अन्य दलों से बढ़ती नजदीकियों की वजह से कांग्रेस हाईकमान की नाराजगी झेल रहे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने पार्टी को स्पष्टीकरण दिया है। पार्टी के साथ 44 साल के रिश्ते का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के समर्पित सिपाही हैं और आगे भी रहेंगे।

पार्टी हाईकमान की ओर से उत्तराखंड में नियुक्त किए गए वरिष्ठ पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश के माध्यम से किशोर उपाध्याय ने अपनी बात हाईकमान तक पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं ने उन्हें वनाधिकार आंदोलन पर चर्चा के लिए बुलाया था। वह शुरुआती दौर से ही उत्तराखंड के आमजन के सरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर सभी दलों से मुलाकात करते रहे हैं। भाजपा नेताओं से मुलाकात के संबंध में कहा कि उन्होंने ही उन्हें वार्ता के लिए बुलाया था।

किशोर उपाध्याय ने कहा कि उनके भाजपा में जाने या उस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चाएं हो रही हैं, जबकि यह सवाल भाजपा नेता प्रल्हाद जोशी से पूछा जाना चाहिए कि क्या उन्होंने उनसे टिकट मांगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ उनका मजबूत रिश्ता रहा है। किशोर के स्पष्टीकरण के बाद पार्टी क्या रुख अपनाती है, फिलहाल यह पार्टी की ओर से स्पष्ट नहीं हो पाया है। बीते दिनों उनके भाजपा नेताओं से मुलाकात की जानकारी सामने आने के बाद प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने पत्र लिखकर उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई लंबित होने का हवाला भी दिया था।

बताया जाता है कि भाजपा नेताओं से मिलने को लेकर पार्टी हाईकमान ने सख्त रुख अपनाया हुआ है। किशोर इस बात से भी खफा हैं कि पार्टी के भीतर उनके विरोधी भाजपा के साथ उनकी मुलाकात को किसी और तरीके से उछाल रहे हैं।

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