प्रवासी मतदाता केवल भारतीय पासपोर्ट से पहचान सिद्ध कर सकेंगे
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भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश के आगामी उप निर्वाचन में मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित करने और निर्वाचन में प्रतिरूपण को रोकने के लिए निर्देश जारी किए हैं। 16-मीरापुर, 29-कुन्दरकी, 56-गाजियाबाद, 71-खैर (अ०जा०), 110-करहल, 213-सीसामऊ, 256-फूलपुर, 277-कटेहरी, और 397-मझवां विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 20 नवम्बर, 2024 को मतदान आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक मतदाता को अपनी पहचान सिद्ध करने के लिए मतदाता फोटो पहचान पत्र (एपिक) प्रस्तुत करना होगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश नवदीप रिणवा ने यह भी बताया कि ऐसे मतदाता जो अपना मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रस्तुत नहीं कर सकते, उन्हें अपनी पहचान साबित करने के लिए आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बैंक या डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय का स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के अंतर्गत जारी स्मार्ट कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केंद्र या राज्य सरकार, लोक उपक्रम या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, सांसदों/विधायकों/विधान परिषद सदस्यों को जारी सरकारी पहचान पत्र, या सामाजिक न्याय मंत्रालय द्वारा जारी यूनिक डिसएबिलिटी आईडी (यूडीआईडी) कार्ड जैसे वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करने की अनुमति होगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता फोटो पहचान पत्र (एपिक) पर यदि लेखन या वर्तनी में कोई मामूली त्रुटि है, तो उसे नजरअंदाज किया जाएगा, बशर्ते कि पहचान स्पष्ट रूप से सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, यदि किसी मतदाता के पास किसी अन्य विधानसभा क्षेत्र का पहचान पत्र है, तो भी उसे मान्य माना जाएगा, बशर्ते कि उस मतदाता का नाम उस मतदान केंद्र की मतदाता सूची में मौजूद हो। अगर पहचान पत्र के फोटोग्राफ में गड़बड़ी या असमानता के कारण मतदाता की पहचान सुनिश्चित करना संभव नहीं हो पा रहा है, तो उसे किसी अन्य वैकल्पिक दस्तावेज प्रस्तुत करने की अनुमति होगी।
प्रवासी मतदाताओं के संबंध में निर्वाचन आयोग ने विशेष प्रावधान किया है। जो प्रवासी मतदाता अपने भारतीय पासपोर्ट में दर्ज विवरणों के आधार पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 20क के अंतर्गत निर्वाचन सूची में पंजीकृत हैं, वे केवल अपने मूल भारतीय पासपोर्ट के आधार पर ही मतदान केंद्र में अपनी पहचान सिद्ध कर सकेंगे।
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