Uttarakhand

किशोरी से युवक ने किया दुष्कर्म किया दुष्कर्म, विरोध करने पर आरोपितों स्‍वजनों ने पीड़िता के परिवार को धमकाया

कोतवाली क्षेत्र में रविवार को एक गांव निवासी किशोरी से युवक द्वारा दुष्कर्म का मामला सामने आया है। जब किशोरी के स्वजनों को इस बात की जानकारी हुई तो उन्‍होंने विरोध किया। लेकिन आरोपितों के स्वजन ने उन्‍हें धमकाया। जिसके बाद पीड़िता के स्‍वजनों ने पुलिस को मामले की तहरीर दी। पुलिस ने आरोपित ललित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपित ललित पर दुष्कर्म और दो अन्य पर धमकी का मुकदमा दर्ज किया है।

साध्वी ने लगाया शारीरिक उत्पीडऩ का आरोप

वहीं रायवाला हरिपुरकलां स्थित एक आश्रम में रहने वाली एक साध्वी ने दो व्यक्तियों पर शारीरिक उत्पीडऩ, पिटाई करने और पैसे हड़पने का आरोप लगाया है। इस संबंध में साध्वी ने थाना रायवाला में तहरीर दी है। वहीं पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच की जा रही है। पुलिस को दी तहरीर में साध्वी ने बताया है कि वह बीते 12 साल से भारत में रह रही है। पिछले कुंभ मेले के दौरान वह हरिपुरकलां आई थी।

उसका एक अस्पताल से इलाज चल रहा है। डाक्टर ने आपरेशन के लिए बताया तो उन्होंने दो माह पूर्व प्रेम विहार चौक स्थित प्रकाश पुरी आश्रम में एक साधु की पहचान से कमरा लिया। लेकिन शर्तों के मुताबिक आश्रम संचालक ने उसको कोई सुविधाएं नहीं दी। कुछ दिन बाद आश्रम संचालक व एक अन्य साधु ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी।

उसके मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजें और जबरन कमरे में घुसकर शारीरिक उत्पीडऩ करने की कोशिश की। साधवी का यह भी आरोप है कि आश्रम संचालक ने उससे एक साल का किराया पहले ही जमा करा लिया था और अब जबरन कमरा खाली कराया जा रहा है। वहीं रायवाला के प्रभारी थानाध्यक्ष नीरज कुमार का कहना है कि तहरीर मिली है, मामले की जांच की जा रही है।

पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

तीन दिन से पीडि़त साध्वी हरिपुरकलां चौकी के चक्कर काट रही है। लेकिन पुलिस मामला दर्ज करने के बजाये उस पर दूसरे पक्ष से समझौते के लिए दबाव बना रही है। यही वजह है कि अब तक पीडि़त की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। महिला का आरोप है कि शनिवार दोपहर को आश्रम संचालक ने सामान जबरन बाहर फेंकने की कोशिश की। तब भी महिला ने पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस ने तब भी कोई कार्रवाई नहीं की।

वहीं खुद को मूल रूप से जर्मनी निवासी बता रही महिला का कहना कि वह भारत की नागरिकता ले चुकी है। उसके पास यहां का आधार कार्ड व अन्य सरकारी दस्तावेज उपलब्ध है। लेकिन अहम बात यह है कि जिस आश्रम में महिला रह रही है, उसकी ओर से महिला का पुलिस सत्यापन नहीं कराया गया है।

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