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पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने बताया ,केएल राहुल को बतौर कप्तान किस जगह पर आक्रामक बनने की जरूरत

पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच में कप्तान करने वाले केएल राहुल की कप्तानी को लेकर अपनी राय दी है साथ ही उन्होंने उनकी कमजोरी को भी उजागर करते हुए बताया कि उन्हें किस जगह पर सुधार करने की जरूरत है। भारत के रेगुलर टेस्ट कप्तान कोहली चोटिल होने की वजह से दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए थे और उनकी जगह केएल राहुल को कप्तानी दी गई थी, लेकिन भारत को 7 विकेट से इस टेस्ट मैच में हार मिली और तीन मैचों की टेस्ट सीरीज एक-एक से बराबर हो गई।

गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए कहा कि बेशक विराट कोहली का फार्म अच्छा नहीं है, लेकिन भारत ने बतौर बल्लेबाज दूसरे टेस्ट मैच में उन्हें मिस किया। उन्होंने कहा कि हमने जोहानसबर्ग में निश्चित तौर पर विराट कोहली को मिस किया। स्टीव स्मिथ, जो रूट, केन विलियमसन, रोहित शर्मा ये ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्हें आप मिस करते हैं और उनका विकल्प ढूंढना मुश्किल है, चाहे वे किसी भी फार्म में हों, क्योंकि उम्मीद बनी रहती है कि वो बड़े स्कोर बना सकते हैं। वहीं कोहली को दूसरे टेस्ट मैच में मिल किया गया क्योंकि वो इतने अनुभवी हैं साथ ही अनुभवी कप्तानों के लिए चीजेें आसान हो जाती है। 

वहीं बतौर टेस्ट कप्तान केएल राहुल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो जितना ज्यादा समय बिताएंगे उतना ही बेहतर सीखेंगे, लेकिन वो जितनी तेजी से सीखेंगे उतना ही अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी वनडे या टी20 की कप्तानी की तरह नहीं है जहां पर आपको फील्ड सेट करने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की जरूरत नहीं होती है। टेस्ट क्रिकेट में आपको विकेट खरीदने होते हैं, कभी-कभी अपनी पसंद से जुआ भी खेलना पड़ता है। जैसे कि तेंबा बावुमा के मामले में, यदि उसने एक फील्डर को कवर पर रखने के बजाय तीन फील्डर को स्लिप में रखा होता और उसे ड्राइव खेलने के लिए प्रेरित किया होता तो शायद पीछे उसका कैच पकड़े जाने का अवसर होता, लेकिन उन्होंने एक फील्डर को डीप प्वाइंट पर रखा था जो उनके डिफेंसिव माइंडसेट को दर्शाता है। यह एक ऐसी चीज है जिसके बारे में उन्हें बताया जाना चाहिए। आपको एक आक्रामक कप्तान अपने रवैये से नहीं बल्कि अपनी फील्ड प्लेसमेंट से बनने की जरूरत है। 

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