Sports

महिला टी20 वर्ल्ड कप: वो क्रिकेटर जिनकी बदौलत वेस्ट इंडीज़ से जीता भारत, अब है सबसे बड़ा मुक़ाबला

महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत ने पाकिस्तान के बाद वेस्ट इंडीज़ को भी हरा दिया है.

इस मुक़ाबले में भारत की ओर से कुछ खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया और टीम को एक महत्वपूर्ण जीत दिलाई.

मैच के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जहां इस मुक़ाबले में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ियों की चर्चा की, वहीं वे आगे आने वाले उस अहम मुक़ाबले की बात भी छेड़ गईं जिसकी टूर्नामेंट के पहले से चर्चा हो रही है.

हरमनप्रीत कौर किस मुक़ाबले की बात कर रही हैं वो हम आगे बताएंगे.

चलिए सबसे पहले जानते हैं उन क्रिकेटरों के बारे में जिन्होंने आगे आने वाले उस मुक़ाबले को अहम बनाने के लिए वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ ज़रूरी जीत हासिल की.

दीप्ति शर्मा का ऐतिहासिक कारनामा

वेस्ट इंडीज़ ने मैच में टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी ली, लेकिन भारतीय गेंदबाज़ों ने दूसरे ही ओवर में कप्तान हेली मैथ्यूज़ को आउट कर दिया.

इसके बाद शिमेन कैम्बल और स्टेफ़नी टेलर पिच पर जम गईं और अर्धशतकीय साझेदारी निभाई.

ख़तरनाक होती इस जोड़ी को तोड़ कर इस मैच में भारत के जीत की नींव दीप्ति शर्मा ने रखी.

उन्होंने मैच के 14वें ओवर में केवल चार गेंदों के दरम्यान शिमेन कैम्बल और ओपनर स्टेफ़नी टेलर का विकेट झटक कर वेस्ट इंडीज़ को जो झटका दिया उससे कैरिबियाई टीम उबर नहीं पाई.

इतना ही नहीं दीप्ति शर्मा ने मैच के आख़िरी ओवर में भी विकेट झटके और इस दौरान उन्होंने एक ऐतिहासिक कारनामा भी कर डाला.

दीप्ति अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में भारत की ओर से 100 विकेट लेने वाली पहली क्रिकेटर बन गई हैं. अब तक कोई पुरुष खिलाड़ी भी ऐसा नहीं कर सका है.

इस मैच से पहले दीप्ति के 97 विकेट थे और वो विकेट के मामले में पूनम यादव के 98 विकेट के बाद दूसरे नंबर पर थीं.

इस मैच में प्रत्येक विकेट के साथ वो एक रिकॉर्ड बनाती चली गईं.

पहले उन्होंने पूनम यादव के रिकॉर्ड की बराबरी की, फिर उनके रिकॉर्ड को तोड़ा और फिर 100 विकेट ले कर इतिहास बना डाला.

पुरुषों के अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड युजवेंद्र चहल के नाम (91 विकेट) है, वहीं दूसरे पायदान पर (90 विकेट के साथ) भुवनेश्वर कुमार हैं.

दीप्ति ने अपने चार ओवरों में 15 रन देकर तीन विकेट लिए और ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ चुनी गईं.

दीप्ति शर्मा मैच में अपने प्रदर्शन पर बोलीं, “टीम मीटिंग में हमने जो योजनाएं बनाई थीं, मैंने वैसा ही किया और नतीजे से बहुत ख़ुश हूं. ये एक टर्न लेती पिच थी जिससे मेरी गेंदबाज़ी को काफ़ी मदद मिली. मैं स्टंप टू स्टंप गेंदबाज़ी में विश्वास रखती हूं.”

अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में 100 विकेट पूरा करने पर दीप्ति बोलीं, “ये बड़ी कामयाबी है. लेकिन इसे एक किनारे पर रख कर मैं वर्ल्ड कप के आगे के मुक़ाबलों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही हूं.”

हरमनप्रीत कौर- स्पिन की उम्दा बैटर

वेस्ट इंडीज़ ने पहले बैटिंग करते हुए 118 रन बनाए, भारतीय टीम ने तेज़ शुरुआत की, लेकिन जब तेज़ी से विकेट भी गिरने लगे तब भारतीय कप्तान पिच पर आईं.

हरमनप्रीत कौर जब पिच पर उतरीं तब भारत ने केवल 3 रनों के अंतर पर दो विकेट गंवा दिए थे. उन्होंने संयम के साथ गेंदों का सामना किया और फिर धीरे-धीरे हाथ खोलने शुरू किए.

गेंदों को समझते हुए शुरुआती 9 गेंदों पर हरमनप्रीत ने केवल दो रन बनाए. इसके बाद अचानक ही अपना गियर बदलते हुए वो आक्रामक हो गईं और लगातार दो चौके जड़ दिए. मैच के इस 9वें ओवर में भारत ने 16 रन जुटाए.

वेस्ट इंडीज़ की जो स्पिन गेंदबाज़ कुछ देर पहले टीम इंडिया के बल्लेबाज़ों पर हावी हो रही थीं, अचानक उनकी धार कुंद होने लगी और मैच से उनकी पकड़ ढीली होती गई, तो इसकी वजह हरमनप्रीत ही थीं.

कमेंटरी बॉक्स में बैठी भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज ने भी हरमनप्रीत कौर की बल्लेबाज़ी कौशल की जम कर तारीफ़ की. उन्होंने कहा, “हरमनप्रीत स्पिन की बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक हैं.”

पूर्व कप्तान की बातों के अनुरूप ही हरमनप्रीत ने 33 रनों की इस पारी के दौरान स्पिन गेंदबाज़ों को खेलने की काबिलियत की बेहतरीन नुमाइश भी की.

चेहरे पर जीत की मुस्कुराहट लिए ऋचा घोष

मैच फ़िनिशर- ऋचा घोष

जब जल्दी-जल्दी विकेट गिर रहे थे तो जहां कप्तान हरमनप्रीत ने एक छोर संभाला तो दूसरे छोर से उनका साथ दे रही थीं ऋचा घोष.

ये वही ऋचा घोष हैं जिन्हें इस टूर्नामेंट में न तो पाकिस्तान के और न ही वेस्ट इंडीज़ के गेंदबाज़ आउट कर सके हैं.

दो मैचों के बाद ऋचा टीम इंडिया की ओर से इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक स्कोर करने वाली क्रिकेटर भी हैं. उनका स्ट्राइट रेट भी किसी अन्य भारतीय बल्लेबाज़ से कहीं आगे है.

ऋचा ने अब तक आउट हुए बग़ैर 75 रन बनाए हैं और इस दौरान उनके बल्ले से 144.23 के स्ट्राइक रेट से रन निकले हैं.

ये तो महज़ आंकड़े हैं जो ऋचा की बल्लेबाज़ी का बखान कर रहे हैं. इन सबसे ऊपर जो सबसे बड़ा किरदार ऋचा ने इन दो पारियों के दौरान निभाया है वो है ज़िम्मेदारी. उन्होंने अपने कंधों पर टीम की जीत की ज़िम्मेदारी उठाई है.

टूर्नामेंट से पहले इस बात की ख़ूब चर्चा थी कि ऋचा घोष मैच फ़िनिशर बनना चाहती हैं. अब टी20 वर्ल्ड कप के दो मैच हो चुके हैं और ऋचा बख़ूबी मैच फ़िनिशर बन कर उभरी हैं.

वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ ऋचा जब पिच पर आईं तब शेफ़ाली वर्मा के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा था.

भारत के शुरुआती तीन विकेट क्रमशः 32 रन, 35 रन और 43 रन पर आउट हुए थे. 12 रन के अंतराल पर तीन विकेट गंवा कर टीम तब दबाव में थी.

यहां से ऋचा ने कप्तान हरमप्रीत कौर के साथ 72 रनों की साझेदारी निभाई और अंत तक नॉट आउट रहीं.

यही किरदार पाकिस्तान के ख़िलाफ़ पहले मैच में भी वे निभा चुकी हैं.

तब 14वें ओवर में कप्तान हरमनप्रीत आउट हुई थीं. पिच पर ऋचा ऐसे मौक़े पर आई थीं जब 39 गेंदों पर जीत के लिए 57 रन बनाने थे, और जो दो ओवर बाद 24 गेंदों पर 41 रन पर पहुंच गया था.

ऑफ़ साइड में शॉट लगाने में माहिर ऋचा ने तब लगातार तीन गेंदों पर तीन चौके लगाए थे और मैच को वापस भारत की पकड़ में ले आई थीं.

ऋचा ने अंत तक आउट हुए बग़ैर केवल 20 गेंदों पर 30 रन बनाए और भारत ने एक यादगार जीत दर्ज की.

इतना ही नहीं टी20 वर्ल्ड कप से पहले खेले गए वॉर्म अप मैच में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ भी ऋचा ने टीम की ओर से सर्वाधिक 91 रन बनाए थे और अंत तक आउट नहीं हुई थीं. उस मैच में ऋचा ने 9 छक्के भी जड़े थे.

मैच के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी ऋचा घोष की तारीफ़ की.

तेज़ी से रन बटोरने में माहिर- शेफ़ाली वर्मा

निश्चित तौर पर कप्तान हरमनप्रीत कौर और ऋचा घोष ने टीम की जीत में एक बड़ा किरदार निभाया, लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ी को तेज़ शुरुआत दी शेफ़ाली वर्मा ने.

उनकी तेज़ बल्लेबाज़ी की बदौलत भारत ने पहले ओवर में 14 तो दूसरे ओवर की समाप्ति पर 28 रन बना लिए थे. इस दौरान पहले ओवर में शेफ़ाली ने तीन चौके भी जड़े.

28 रनों की अपनी छोटी लेकिन तेज़ और बेशक़ीमती पारी के दौरान शेफ़ाली पूरे सात ओवरों तक पिच पर डटी रहीं.

पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भी शेफ़ाली ने तेज़ शुरुआत दी थी और 33 रनों की अपनी पारी के दौरान उन्होंने 9 ओवरों तक एक छोर से विकेट संभाले रखा था.

हाल ही में अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप जिताने वाली शेफ़ाली से आगे भी बहुत उम्मीद हैं. बतौर ओपनर वो स्मृति मंधाना के साथ टीम को एक ठोस शुरुआत दें तो भारत के लिए आगे के मुक़ाबले भी आसान हो सकते हैं.

वैसे इस मैच में जिस स्टार ओपनर स्मृति मंधाना के बल्ले से रन निकलने की उम्मीद सभी को थी उन्हें थोड़ी निराशा ज़रूर हुई होगी. मंधाना ने शुरुआत तो अच्छी की लेकिन केवल 10 रन ही बना सकीं.

रिकॉर्ड बुक

  • टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय महिला टीम लगातार दूसरा मुक़ाबला जीती, वेस्ट इंडीज़ की दूसरी हार.
  • वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ भारतीय महिला टीम की यह अंतरराष्ट्रीय टी20 मुक़ाबले में लगातार आठवीं जीत है.
  • वेस्ट इंडीज़ की इस फ़ॉर्मेट में लगातार 15वीं हार है.
  • भारत को अपना अगला मैच शनिवार को इंग्लैंड से खेलना है.
  • इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच जीत कर भारतीय टीम के पास ग्रुप-2 में टॉप पर पहुंचने का मौक़ा है.
  • इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भारतीय महिला टीम का रिकॉर्ड ख़राब. 26 मैचों में 19 हार और केवल 7 जीत का रिकॉर्ड.

इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच काफ़ी अहमः हरमनप्रीत

मैच के बाद हरमनप्रीत कौर ने कहा, “भारत के लिए बहुत अच्छा दिन है. हम जो करना चाहते थे वो करने में कामयाब रहे. कुछ गेंदें इधर-उधर रहीं, उनके अलावा हमने वाक़ई अच्छा प्रदर्शन किया.”

दीप्ति शर्मा के बारे में हरमनप्रीत कौर ने कहा, “हमने टीम मीटिंग में इस बारे में बात की थी. गेंदबाज़ी कोच ने उनकी मदद की.”

ऋचा घोष पर हरमनप्रीत ने कहा, “वे हमारे लिए बहुत शानदार रही हैं. वे बहुत ही ख़तरनाक बैटर हैं.”

इसके बाद हरमनप्रीत बोलीं, “अगला मैच काफ़ी अहम है. हम अपनी लय बरकरार रखना चाहते हैं.”

वे इंग्लैंड के ख़िलाफ़ होने वाले अगले मैच के बारे में बात कर रही थीं.

इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच इतना अहम क्यों?

इंग्लैंड के ख़िलाफ़ इस मैच की अहमियत का पता इससे ही चलता है कि महिला टी 20वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले ही इसकी चर्चा होने लगी थी.

दरअसल, छह बार टी20 वर्ल्ड कप जीत चुकी वर्तमान चैम्पियन ऑस्ट्रेलियाई का आज श्रीलंका से मुक़ाबला है और अगर कंगारू टीम ये मैच नहीं हारती है, तो ग्रुप-1 में टॉप पर रहने की उसकी पूरी संभावना है.

दूसरी ओर ग्रुप-2 में इंग्लैंड और भारत की टीमें शुरुआती दोनों मुक़ाबले जीत चुकी हैं. आगे अगर कोई बड़ा उलटफेर न हुआ तो ग्रुप-2 से पूरी संभावना है कि इंग्लैंड और भारत की टीमें ही सेमीफ़ाइनल में जगह बनाएंगी.

तो ऐसी स्थिति में ग्रुप-2 से जो दो टीमें सेमीफ़ाइनल में पहुंचेंगी वो ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने से बचना चाहेंगी. ऐसे में शनिवार का ये मुक़ाबला दिलचस्प होगा और दांव पर दोनों ही टीमों का बहुत कुछ लगा होगा.

Related Articles

Back to top button
Event Services