Uttarakhand

उद्योगों के लिए मील का पत्थर साबित होगा उद्योग महोत्सव, दूसरे दिन लगी 200 के करीब प्रदर्शनी

उत्तराखंड उद्योग महोत्सव के दूसरे दिन प्रदेश के करीब दो सौ उद्योगों ने प्रदर्शनी लगाई। प्रदर्शनी के जरिए उद्योगों ने अपने-अपने उत्पादों की जानकारी दी। वहीं आईआईटी रुड़की के 50 रिसर्च स्कॉलर ने स्टार्टअप प्रोजेक्ट का भी प्रदर्शन किया।

उत्तराखंड:- उद्योग महोत्सव के दूसरे दिन प्रदेश के करीब दो सौ उद्योगों ने प्रदर्शनी लगाई। प्रदर्शनी के जरिए उद्योगों ने अपने-अपने उत्पादों की जानकारी दी। वहीं, आईआईटी रुड़की के 50 रिसर्च स्कॉलर ने स्टार्टअप प्रोजेक्ट का भी प्रदर्शन किया।

भगवानपुर इंड्रस्टियल एसोसिएशन की तरफ से क्वांटम विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय उद्योग महोत्सव का आयोजन किया गया है। रविवार को महोत्सव के दूसरे दिन चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड सर्विसेज सहारनपुर के अध्यक्ष रविंद्र मिगलानी मौजूद रहे

इस मौके पर क्वांटम विश्वविद्यालय के चांसलर अजय गोयल ने कहा कि रविवार को जिस तरह से प्रदेश के 200 उद्योगों की तरफ से प्रदर्शनी लगाई गई है। उससे साफ है कि आने वाले दिनों में भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र के अलावा प्रदेश में अन्य जगह भी उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। उद्योगों को लगाने के लिए बेहतर अवसर तो मिलेंगे ही। साथ ही उद्योगों से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

उत्तराखंड उद्योग महोत्सव के संयोजक प्रवीण गर्ग ने कहा कि महोत्सव के पहले दिन वर्षा की वजह से काफी कठिनाई आई थी, लेकिन सभी के सहयोग से महोत्सव को अच्छे से शुरू किया गया। यह उद्योग महोत्सव उद्योगों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में आइआइटी रुड़की के रिसर्च स्कॉलर ने अपने स्टार्टअप प्रोजेक्ट का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पहली बार इतने बड़े पैमाने पर उद्योग प्रदर्शनी लगाना अपने आप में बड़ी बात है। रुड़की और आसपास की विभिन्न उद्योग संघ के स्टार्टअप के अलावा अन्य औद्योगिक संगठनों को साथ लाने के उद्देश्य से यह प्रदर्शनी लगाई गई। इससे उद्योगों को अपने उत्पादों और सेवाओं को बढ़ाने का मौका मिलेगा। 

इस मौके पर उत्तराखंड उद्योग महोत्सव की तरफ से शिवम गोयल, शिवम चौधरी, जितेश गर्ग, नमन गग्रवाल, मंथन महेश्वरी, मानव सिंह, सुंदरम चौधरी, एके सिंह, अमित ठक्कर, अनिल चौधरी तथा क्वांटम विवि के श्याम सुंदर गोयल, कुलपति विवेक कुमार, रजिस्ट्रार अमित दीक्षित आदि मौजूद रहे।

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