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कुनबाप्रस्त लीडरों ने सरहदी क्षेत्र के विकास को अनदेखा किया- मुख्य मंत्री

Tribal leaders ignored the development of border areas - Chief Minister

पंजाब के मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि कुनबाप्रस्त लीडरों के निजी स्वार्थ कारण सूबा का सरहदी क्षेत्र विकास पक्ष से बुरी तरह पिछड़ गया।
आज यहाँ रेलवे ओवर ब्रिज को समर्पित करने उपरांत सभा को संबोधित करते मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य के सरहदी जिलों के निवासी शूरवीर लोग है जिन्होंने हमेशा देश की एकता और प्रभुसत्ता की रक्षा की। उन्होंने कहा कि यह महान गुरू साहिबान की बख्शीश प्राप्त धरती है जहाँ बहादुर और मेहनती लोग रहते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि चाहे इस इलाके के राजनीतिक नेताओं ने वक्कारी पदो का सुख भोगा परन्तु उन्होंने कभी भी इलाके के विकास और लोगों की भलाई की बिल्कुल भी परवाह नहीं की।
मुख्य मंत्री ने कहा कि लंबे समय से यहाँ से चुने जाते रहे राजनीतिज्ञों ने इस क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि महान देश भक्त और राष्ट्रवादी पैदा करने वाले इस क्षेत्र ने इन हाकिमों के शासनकाल दौरान विकास नहीं देखा। भगवंत सिंह मान ने दुख ज़ाहिर करते कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि लम्बे समय से सत्ता पर काबिज़ होने के बावजूद इन नेताओं ने सरहदी क्षेत्र का विकास करने की बजाय अपने परिवारों का विकास करने की तरफ ध्यान दिया।
मुख्य मंत्री ने कहा कि इन मौकाप्रस्त नेताओं की कोई विचारधारा नहीं है बल्कि इनका एक ही- एक मनोरथ सिर्फ़ सत्ता में बने रहना है और इसी कारण वह बार- बार अपनी वफ़ादारियां बदलते रहते हैं। उन्होंने मिसाल देते कहा हुए, ” सरहदी क्षेत्र में राजनीतिज्ञों के एक घर में अलग- अलग पार्टियों के दो झंडे है क्योंकि यह नेता चाहते है कि सत्ता की बागडोर इनके हाथों में ही रहे। इन नेताओं ने लोगों द्वारा चुने जाने की आशा में नई अचकने भी तैयार करवा ली थी परन्तु इनके सपने चकनाचूर हो गए क्योंकि लोगों ने इनको बुरी तरह नकार दिया। “
मुख्य मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा बंद किए गए 17
टोल प्लाज़ा में से 14 टोल प्लाजा इस क्षेत्र के अपने आप को बड़ा राजनीतिज्ञ कहलवाते नेता ने शुरू किए गए थे जो राज्य के लोक निर्माण मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि इन्हों नेताओं ने आम लोगों की सेवा करने की बजाय सिर्फ़ खानापूरती की जबकि उनकी सरकार ने लोगों को सेवाओं प्रदान की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोगों को उन नेताओं को चुनना चाहिए जो उनका साथ दे न कि जो केवल सत्ता के चौधरी बने रहना चाहते हैं।
हालाँकि, मुख्य मंत्री ने कहा कि जबसे उन्होंने पद संभाला है, राज्य में हर रोज़ विकास की नई कहानी लिखी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है और इसके लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने भाई- भतीजावाद और पक्षपात के इलावा औऱ कुछ नहीं किया परन्तु उनकी सरकार ने सूबे का सर्वपक्क्षीय विकास किया है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने लोगों के कल्याण के लिए कई पहलकदमियां की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब 90 प्रतिशत घरों को मुफ़्त बिजली मिल रही है, 43 हज़ार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिली है, लोगों को स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाएं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सभी पहलकदमियां आम आदमी की भलाई के लिए है और इसके लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।

मुख्य मंत्री ने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार उनकी सरकार ने राज्य में मालवा नहर की निर्माण का काम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह अपने आप में रिकार्ड है कि सूबा की पिछली किसी भी सरकार ने इस ज़रूरत की तरफ ध्यान नहीं दिया। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि लगभग 150 किलोमीटर लम्बी यह नयी नहर राज्य विशेषकर मालवा क्षेत्र में बेमिसाल तरक्की और खुशहाली के नए युग की शुरुआत करेगी। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार इस गौरवमय प्रोजैक्ट पर लगभग 2300 करोड़ रुपए ख़र्च करेगी, जिससे राज्य की लगभग दो लाख एकड़ उपजाऊ ज़मीन की सिंचाई की ज़रूरतें पूरी होंगी।

गुरवानी की तुक ‘पवनु गुरू पानी पिता माता धरती महतु’ का हवाला देते मुख्य मंत्री ने कहा कि महान गुरू साहिबान ने हवा की गुरू, पानी की पिता और ज़मीन की तुलना माता के साथ की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें राज्य के वातावरण को बचाने का संकल्प ले कर राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए गुरबानी की शिक्षाओं को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सूबा सरकार इस नेक कार्य के लिए कोई कमी बाकी नहीं छोडेगी और राज्य के लोगों को अधिक से अधिक पौधे लगा कर राज्य सरकार का साथ देना चाहिए।
मुख्य मंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र देश के लिए सबसे अधिक सैनिक पैदा करता है और उनके महान बलिदान को सम्मान देने के लिए सूबा सरकार देश की सेवा करते ड्यूटी दौरान शहीदी प्राप्त करने वाले किसी भी सैनिक के परिवार को एक करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देती है। मातृ भूमि की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले सैनिकों के परिवारों की मदद के लिए सूबा सरकार की दृढ़ वचनबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में इन शूरवीरों के परिवारों को राहत देना पंजाब सरकार का फर्ज है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीदों के परिवारों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता राज्य सरकार द्वारा सैनिकों और उनके परिवारों की भलाई यकीनी बनाने की वचनबद्धता के अंतर्गत है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नशे को किसी भी सूरत में बर्दाश्त न करने की नीति अपनाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नशे की स्पलाई लाईन पहले ही तोड़ दी है और बड़े नशा तस्करों को सलाखें पीछे रोक दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में खेल को उत्साहित कर युवाओं की असंख्य ऊर्जा को सकारात्मक दिशा की तरफ ले जाने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे है।

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