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पंजाब को नशामुक्त करने की शपथ: मुख्यमंत्री मान की चंडीगढ़ में पदयात्रा, युवाओं से नशा विरोधी आंदोलन का नेतृत्व करने की अपील

चंडीगढ़, 3 मई

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि जैसे देश की आज़ादी की लड़ाई में पंजाब ने अग्रणी भूमिका निभाई थी, उसी तरह अब नशों के अभिशाप से देश को मुक्त कराने में भी राज्य नेतृत्व करेगा।

मुख्यमंत्री ने ‘नशा विरोधी पदयात्रा’ में भाग लेते हुए जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब ने विदेशी साम्राज्यवाद की जकड़ से देश को आज़ाद करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा और अन्य राष्ट्रीय नायकों ने देश को स्वतंत्रता की राह दिखाई थी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन्हीं शहीदों से प्रेरणा लेकर आज पंजाब देश को नशों से मुक्ति दिलाने को तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस धरती ने ऐसे सेनानी, देशभक्त और बेहतरीन खिलाड़ी पैदा किए हैं, जिन्होंने युवाओं को देशसेवा के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर आगे आने को प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि इस ‘नशा विरोधी पदयात्रा’ में शामिल विद्यार्थियों को समाज से नशे के खतरे को समाप्त करने का दृढ़ संकल्प लेना चाहिए। युवाओं की इस मुहिम में अहम भूमिका को रेखांकित करते हुए भगवंत सिंह मान ने बच्चों को नशे के विरुद्ध लड़ाई में ध्वजवाहक बनने की प्रेरणा दी और कहा कि उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए इस सामाजिक बुराई को जड़ से उखाड़ना आवश्यक है।

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से अपील की कि यदि कोई व्यक्ति किसी भी रूप में नशों के संपर्क में आता है तो वह इसकी जानकारी माता-पिता या शिक्षकों को दें और नशे को महिमा मंडित करने वाले गायकों से दूरी बनाए रखें।

उन्होंने युवाओं को यह भी सलाह दी कि वे गानों के माध्यम से नशे का प्रचार करने वाले गायकों के बजाय मिल्खा सिंह, हॉकी ओलंपियन हरमनप्रीत सिंह व मनप्रीत सिंह और क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर जैसे महान व्यक्तित्वों से प्रेरणा लें। उन्होंने विशेष रूप से बताया कि पंजाब सरकार ने नशे की सप्लाई चेन को खत्म करने, पीड़ितों के पुनर्वास, सामाजिक भागीदारी और युवाओं की जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी नशा विरोधी मुहिम को तेज किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम शुरू की है और युवाओं की अपार ऊर्जा को सकारात्मक दिशा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की पीढ़ियों को नशे की बुराई से बचाना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि पंजाब पहले ही इस बुराई के कारण बड़ी मानवीय क्षति झेल चुका है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने आम आदमी की सक्रिय भागीदारी से यह अभियान शुरू किया है ताकि राज्य से नशे की बुराई को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नशा पीड़ितों की लाशों और चिताओं की कीमत पर तस्करों को फलता-फूलता नहीं देखेगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने पहले ही नशे की सप्लाई लाइन को तोड़ दिया है और इस घिनौने अपराध में शामिल बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि पहली बार राज्य सरकार द्वारा अवैध रूप से अर्जित तस्करों की संपत्तियों को जब्त/नष्ट किया जा रहा है, ताकि यह कार्रवाई दूसरों को इस अपराध की ओर जाने से रोक सके।

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