मध्यप्रदेश और राजस्थान में भाजपा ने भले ही वहां के राजनीतिक और जातीय समीकरणों के हिसाब से मुख्यमंत्री तय किए हैं, लेकिन दोनों राज्यों के समीकरणों का हरियाणा में भी असर दिखाई दे सकता है।
एमपी और राजस्थान के जातिय कार्ड का हरियाणा में भी दिखेगा असर
मध्यप्रदेश में भाजपा ने ओबीसी वर्ग (OBC) का प्रतिनिधित्व करने वाले मोहन यादव (MP CM Mohan Yadav) को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी है, जबकि राजस्थान में सामान्य वर्ग को साधने के लिए भजनलाल शर्मा (Rajasthan Cm Bhajan Lal Sharma) को मुख्यमंत्री बनाया गया है। हरियाणा की राजनीति में यादव और ब्राह्मणों का बड़ा असर है।
एमपी में पर्यवेक्षक बन गए थे सीएम मनोहर
मध्य प्रदेश व राजस्थान में इन दोनों बड़े वर्ग को खुश कर उत्तर प्रदेश और बिहार के साथ-साथ हरियाणा में राजनीतिक लाभ हासिल करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देगी। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के चयन के लिए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल भाजपा हाईकमान की ओर से पर्यवेक्षक बनकर गए थे।
पर्यवेक्षक बनकर सीएम मनोहर का बढ़ा कद
मनोहर लाल को पर्यवेक्षक बनाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनका राजनीतिक कद तो बढ़ाया ही, साथ ही हरियाणा में मनोहर लाल के राजनीतिक विरोधियों को भी उनका नेतृत्व स्वीकार करने का कड़ा संदेश दे दिया है। मनोहर लाल मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान में भी चुनाव प्रचार करने गए थे। दोनों जगह उन्होंने जनसभाएं और रोड शो किए। मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के दायित्व ग्रहण समारोह में भी शामिल होने गए थे।
भाजपा हाईकमान की पहली पसंद बने हैं मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में अपने नौ साल के कार्यकाल में कई ऐसे प्रयोग किए, जो न केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पसंद आए, बल्कि उन्होंने भाजपा शासित राज्यों में इन प्रयोगों को अपनाने के लिए कहा है।
मनोहर लाल की भ्रष्टाचार रहित छवि, काम करने की शैली और अंत्योदय के उत्थान पर आधारित योजनाओं की अधिकता के चलते वे भाजपा हाईकमान की पहली पसंद बने हुए हैं।
उनके कामकाज व छवि का तो पार्टी को फायदा मिल ही रहा है, साथ ही मध्य प्रदेश में यादव को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने दक्षिण हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र को साधने में अहम भूमिका निभाई है।
हरियाणा के ये क्षेत्र हैं यादव बाहुल्य
दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़-नारनौल, झज्जर, रोहतक, दादरी और भिवानी यादव बाहुल्य क्षेत्र माने जाते हैं। भारतीय थल सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा का है। यादव को सम्मान मिलने से दक्षिण हरियाणा में पार्टी को मजबूती मिलने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। यही स्थिति ब्राह्मणों को लेकर है।
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