Punjab

ट्राईसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट जल्द पकड़ेगा रफ्तार, हरियाणा-पंजाब की इन सुझावों के साथ मंजूरी

ट्राईसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट जल्द ही रफ्तार पकड़ेगा। शुक्रवार को चंडीगढ़-मोहाली और पंचकूला(ट्राईसिटी) में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंडज इकोनामिक सर्विसेस) कंपनी की ओर से डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट और अल्टनेटिव एनालिसिस रिपोर्ट की प्रारंभिक रिपोर्ट पेश की गई। बैठक में हरियाणा और पंजाब के अधिकारियों ने राइट्स की रिपोर्ट में कुछ संशोधन और सुझावों के साथ मुहर लगा दी है।

बैठक में हरियाणा और पंजाब के अधिकारियों ने राइट्स की रिपोर्ट (Rights Report) में कुछ संशोधन और सुझावों के साथ मुहर लगा दी है। कंपनी की ओर से ट्राईसिटी (tricity) में मेट्रो (Metro) को लेकर विभिन्न विकल्पों पर भी चर्चा की गई। मेट्रो मामले में हरी झंडी मिलने के बाद अब राइट्स कंपनी (rights company) दिसंबर 2023 तक डीपीआर (DPR) और एएआर (AAR) की फाइनल रिपोर्ट सौंप देगी।

यूटी एडवाइजर डा.धर्मपाल (UT Advisor Dr.Dharampal) की अध्यक्षता में हुई बैठक में हरियाणा और पंजाब के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (Principal Secretary of Haryana and Punjab), ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी, चीफ एडमिनिस्ट्रेटर एचएमआरटीसी हरियाणा (Transport Secretary, Chief Administrator HMRTC Haryana),चीफ एडमिनिस्ट्रेटर गमाडा (Chief Administrator GMADA),एसटीपी पंजाब और हरियाणा (STP Punjab and Haryana),फाइनेंस सेक्रेटरी यूटी (Finance Secretary UT),एसएसपी ट्रैफिक (ssp traffic),सीएमसी (cmc), उपायुक्त, एसटीए,चीफ इंजीनियर,चीफ आर्किटेक्ट (Deputy Commissioner, STA, Chief Engineer, Chief Architect) सहित अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया। ट्राईसिटी में रीजनल ट्रांसोपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाने को लेकर सुझाव दिए गए।

बैठक में इन बिंदुओं पर भी विस्तार से हुई चर्चा

मेट्रो को लेकर ट्राईसिटी में कवर होने वाली मुख्य स्थानों पर चर्चा की गई।

मेट्रो और अन्य वैकल्पिक ट्रासपोर्ट के लिए विभिन्न कोरिडोर को लेकर कंप्रीहेंसिव मोबिलिटी प्लान(सीएमपी) पर भी चर्चा हुई।

बैठक में यूटी के साथ ही पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों ने मेंट्रो के साथ ही अन्य ट्रांसपोर्ट विकल्प और उनकी लागत के बारे में जानकारी देने के लिए कहा।

ट्राईसिटी के लिए मेट्रो के साथ ही मेट्रोलाइट और मेट्रो नियो में से सबसे बेहतर ट्रांसपोर्ट विकल्प के बारे में रिपोर्ट मांगी गई।

इन बिंदुओं पर भी राइट्स ने दी रिपोर्ट

करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर इसे प्रयोग करने वाले लोगों,स्टेशन प्लानिंग,एलाइनमेंट,मल्टी माडल इंटिग्रेशन,खर्चा,इकोनामी वायबिलिटी,वित्तिय बोझ,पर्यावरण पर बड़ने वाले असर,यात्रियों की टिकट खर्च,आपदा प्रबंधन को लेकर तैयारी,साइबर सिक्योरिटी जैसे विषयों पर भी विस्तार से रिपोर्ट तैयार की गई है। 

पहले फेज में 78.5 किलोमीटर का इस तरह होगा ट्रैक

मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर हुई बैठक में मास रेपिड ट्रांसिट सिस्टम(एमआरटीएस) पहले फेज में 79.5 किलोमीटर का एरिया कवर किया जाएगा। राइट्स की ओर से प्रेजेंटेशन में प्रस्तावित कारिडोर के बारे में भी जानकारी दी गई। जोकि इस प्रकार होगी।

पहला चरण- परोल-न्यू चंडीगढ़ से पंचकूला एक्सटेंशन (New Chandigarh to Panchkula Extension) (32.5 किलोमीटर)

दूसरा चरण-रॉक गार्डन से आइएसबीटी जीरकपुर वाया आइएसबीटी (Rock Garden to ISBT Zirakpur via ISBT)

तीसरा चरण-मोहाली-चंडीगढ़ एयरपोर्ट (Mohali-Chandigarh Airport) (34 किलोमीटर)

चौथा चरण-ग्रेन मार्किटे चौक से ट्रांसपोर्ट लाइट-टिंबर मार्केट सेक्टर-26 (13 किलोमीटर)

(हरियाणा और पंजाब की ओर से मेट्रो रुट की एक्सटेंशन और अतिरिक्त रुट पर काम किया जाएगा।)

स्टडी रिपोर्ट से जुड़ी खास बातें

505 स्क्वेयर किलोमीटर एरिया की स्टडी की जाएगी।

चंडीगढ़-पंचकूला-मोहाली-जीरकपुर-न्यू चंडीगढ़ और खरड़ को स्टडी में शामिल किया।

सुखना लेक,राक गार्डन,रोज गार्डन सहित अन्य टूरिस्ट डेस्टिनेशन को शामिल किया।

-ट्राईसिटी के सभी एजुकेशन,मेडिकल इंस्टीट्यूट और आइटी हब भी शामिल।

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