CORPORATE

Meesho को NCLT से मंज़ूरी, अब भारत में होगा मुख्यालय; IPO की राह खुली

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Meesho ने कॉर्पोरेट जगत में एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से अपनी मूल अमेरिकी यूनिट को भारत में रीलोकेट करने की मंज़ूरी मिल गई है। इस फैसले से Meesho को घरेलू स्तर पर एक भारतीय कंपनी के रूप में पुनर्स्थापित होने का रास्ता मिल गया है, जो आने वाले समय में इसके प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) की संभावनाओं को मजबूत करेगा।

288 मिलियन डॉलर का टैक्स देगी कंपनी

Meesho ने भारतीय डोमिसाइल में शिफ्ट होने के लिए सरकार को लगभग 288 मिलियन अमेरिकी डॉलर (₹2,400 करोड़ लगभग) की टैक्स देनदारी चुकाने का निर्णय लिया है। यह कदम देश की फाइनेंशियल अथॉरिटीज़ की ट्रांसपेरेंसी और रेगुलेटरी फ्रेमवर्क में बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।

IPO की ओर तेज़ी से बढ़ेगा Meesho

यह रीलोकेशन Meesho के लिए एक रणनीतिक योजना का हिस्सा है। अब कंपनी भारत में एक पूर्ण रूप से घरेलू फर्म बन जाएगी, जिससे SEBI के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत IPO लॉन्च करना आसान होगा। मार्केट विश्लेषकों का मानना है कि Meesho का IPO देश के स्टार्टअप और टेक सेक्टर के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।

निवेशकों में उत्साह

NCLT की मंज़ूरी के बाद Meesho के संभावित पब्लिक लिस्टिंग को लेकर निवेशकों के बीच उत्साह है। माना जा रहा है कि कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर तेज़ी से बढ़ती MSME आधारित बिक्री और महिला एंटरप्रेन्योर नेटवर्क को आधार बनाकर मजबूत निवेशक समर्थन प्राप्त करेगी।

Meesho का प्रोफाइल

Meesho एक सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, जिसकी स्थापना विदित आत्रे और संजीत सिंह ने 2015 में की थी। यह प्लेटफॉर्म छोटे व्यापारियों और घर से बिजनेस करने वाले सेलर्स को फेसबुक, व्हाट्सऐप जैसे माध्यमों से ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद करता है। कंपनी के 2024 के आखिरी आंकड़ों के अनुसार, उसके पास लगभग 13 करोड़ से ज्यादा यूजर्स और लाखों एक्टिव सेलर्स हैं।


निष्कर्ष

Meesho का यह कदम भारत के बढ़ते डिजिटल इकोसिस्टम में कॉर्पोरेट संप्रभुता की ओर एक और मजबूत संकेत है। एक भारतीय पहचान, स्थानीय बाजार की समझ और IPO की तैयारी – ये सभी पहलू कंपनी के विकास को नई ऊंचाई देने के लिए तैयार हैं।

Related Articles

Back to top button