‘हरियालो राजस्थान’ अभियान: 5 साल में लगेंगे 50 करोड़ पेड़

राज्य को हरित बनाने की दिशा में राजस्थान सरकार की ऐतिहासिक पहल
जयपुर:
राजस्थान सरकार ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ‘हरियालो राजस्थान’ नामक अभियान की घोषणा की है। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत अगले 5 वर्षों में राज्य में 50 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे। 2025‑26 के लिए 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय कर दिया गया है, जिसकी शुरुआत मानसून सीजन से की जाएगी

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा कि यह न केवल पर्यावरण को संतुलित करने का प्रयास है, बल्कि यह जनसहभागिता से जुड़ा आंदोलन भी बनेगा। अभियान का उद्देश्य राजस्थान जैसे शुष्क और अर्ध-शुष्क राज्य में हरियाली बढ़ाकर जल संरक्षण, मिट्टी की उर्वरता और जैव विविधता को बढ़ावा देना है।
सरकार ने राज्य के प्रत्येक जिले के लिए वृक्षारोपण लक्ष्य तय किया है, जिसमें सरकारी जमीन, पंचायत भूमि, स्कूल परिसर, औद्योगिक क्षेत्रों और सड़क किनारे विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। वन विभाग के साथ मिलकर शिक्षा, ग्रामीण विकास और शहरी निकायों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
- स्कूलों, कॉलेजों, और स्वयंसेवी संस्थाओं को वृक्षारोपण में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
- “एक विद्यार्थी, एक वृक्ष” जैसे अभियान चलाकर युवाओं को जोड़ा जाएगा।
- नर्सरी विकास, पौध वितरण, और निगरानी के लिए एक डिजिटल पोर्टल भी बनाया जा रहा है।
“हम राजस्थान को रेगिस्तान नहीं, हरियाली की धरती बनाना चाहते हैं। ‘हरियालो राजस्थान’ न केवल पर्यावरणीय जरूरत है, बल्कि यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित विरासत है।”

- अरावली पर्वत श्रृंखला
- जल संकट वाले जिले: बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर
- शहरी क्षेत्र: जयपुर, जोधपुर, कोटा
- पर्यटन स्थल: पुष्कर, रणथंभौर, माउंट आबू
राज्य सरकार GIS आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम लागू करेगी ताकि प्रत्येक पौधे की स्थिति और वृद्धि की निगरानी की जा सके। इसके अलावा, प्रत्येक वृक्षारोपण क्षेत्र का वार्षिक सामाजिक ऑडिट भी किया जाएगा।
‘हरियालो राजस्थान’ अभियान राजस्थान की जलवायु चुनौतियों से निपटने और पर्यावरणीय सुधार की दिशा में एक निर्णायक कदम है। यदि यह योजना अपेक्षित सफलता पाती है, तो यह राज्य के भूगोल और जनजीवन में स्थायी सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।
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