हरिद्वार: मनसा देवी मंदिर में भगदड़, 8 श्रद्धालुओं की मौत, मेजिस्ट्रियल जांच के आदेश

हरिद्वार, 28 जुलाई 2025
हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार को दर्शन के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए। मृतकों में चार श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के निवासी बताए जा रहे हैं, जिनमें एक 58 वर्षीय किसान भी शामिल है। इस दर्दनाक हादसे ने मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही, घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार ने इस घटना की मेजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।

हरिद्वार पुलिस के अनुसार, भगदड़ की शुरुआत मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर अत्यधिक भीड़ के दबाव के चलते हुई। भीड़ को नियंत्रित करने में एक पल की चूक से यह हादसा हुआ। हालांकि, अधिकारियों ने यह भी बताया कि हादसे के लगभग 30 मिनट पहले एक वैकल्पिक मार्ग बंद कर दिया गया था, जिससे और बड़ी त्रासदी टल गई।
श्रद्धालुओं के अनुसार, मौके पर मौजूद पुलिस बल की संख्या और सुरक्षा प्रबंधन भीड़ के अनुपात में नाकाफी था। कई श्रद्धालु घंटों से लाइन में खड़े थे, जिससे गर्मी और थकावट के चलते अफरा-तफरी मच गई।
घटना की पुष्टि प्रभात खबर, अमर उजाला, नवभारत टाइम्स, टाइम्स ऑफ इंडिया, और उत्तरांचल टुडे जैसे प्रमुख समाचार माध्यमों ने की है। Deccan Herald की रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासन ने यह माना कि समय रहते कुछ मार्गों को बंद करने का फैसला अन्य संभावित जानहानियों को रोकने में सहायक रहा।
यह हादसा उस समय हुआ जब विश्वास और भक्ति के भाव से हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन हेतु एकत्रित हुए थे। अब प्रशासन के लिए यह आवश्यक हो गया है कि तीर्थ स्थलों पर भीड़ प्रबंधन, मेडिकल इमरजेंसी और सुरक्षा उपायों को पुनः परिभाषित किया जाए।
यह घटना उत्तराखंड सरकार और मंदिर प्रशासन दोनों के लिए चेतावनी है, कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए स्थायी और कारगर उपाय किए जाएँ।
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