हर साल चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है। राम नवमी के 6 दिन बाद हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। मान्यता है इसी दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। हनुमान जयंती के दिन पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान जी, भगवान श्री राम और माता सीता की आराधना करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती है।
हनुमान जयंती पर पूजा का शुभ मुहूर्त
धर्माचार्यों और पंडितों के अनुसार हनुमान जी पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 06.06 मिनट से 07.40 मिनट तक का है। इस दिन का अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.02 से दोपहर 12.53 तक है। यह दिन हनुमान जी का जन्म उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
मंत्र– ॐहनुहनुहनुहनुमतेनमःभोग
हनुमान जी को केले, बेसन या बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाना शुभ रहेगा।
प्रियपुष्पवरंग
हनुमान जयंती के दिन पूजा के समय लाल या पीले रंग के वस्त्र पहनना अत्यंत शुभ रहेगा। वहीं, हनुमान जी का प्रिय रंग लाल माना जाता है। इसलिए प्रभु को लाल गुलाब के फूल और माला चढ़ाएं।
हनुमानजयंतीपूजा-विधि
मंगलवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और लाल रंग के साफ सुथरे कपड़े पहन लें। इसके बाद बजरंगबली को लाल रंग के पुष्प अर्पित करें, सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर चोला चढ़ाएं, चना, गुड़ और नारियल भी चढ़ाएं। प्रभु को बेसन के लड्डू या फिर बूंदी के लड्डू का भोग लगा सकते हैं। इसके बाद घी का दीपक जलाएं और सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके बाद आरती करें और व्रत रखने का संकल्प लें। हनुमान जी के साथ-साथ प्रभु श्री राम और माता सीता की भी उपासना करें। अंत में क्षमा प्रार्थना करें।
उपाय– पैसों से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए हनुमान जयंती पर हनुमान जी के साथ माँ लक्ष्मी की पूजा करें। पूर्णिमा के दिन चंद्र देव को अर्घ्य दें।
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601