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अपनों से भेदभाव,पाक के कोरोना वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम में शामिल नहीं पाक ऑरिजन कार्ड रखने वाले

पाकिस्‍तान में बुधवार से शुरू हो रहे (10 मार्च 2021) कोरोना वैक्‍सीन प्रोग्राम में वो बुजुर्ग शामिल नहीं हैं जिनके पास में पाकिस्‍तान ऑरिजन कार्ड मौजूद है। सरकार ने इन लोगों को कोविड-19 वैक्‍सीन न लगाने का फैसला किया है। इसके अलावा पाकिस्‍तानी नागरिकों के विदेशी जीवन साथियों को भी वैक्‍सीन नहीं दी जाएगी। पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सेवा मंत्रालय इसकी पुष्टि की है। पाकिस्‍तान के अखबार द डॉन के मुताबिक मंत्रालय की तरफ से इसकी पुष्टि करते हुए कहा गया है कि ये पहले से ही तय है। मंत्रालय ने कहा है कि देश में इस तरह का कार्ड रखने वालों की संख्‍या काफी अधिक है।

पाकिस्‍तान के नेशनल डाटाबेस एंड रजिस्‍ट्रेशन ऑथरिटी (नाड्रा) के मुताबिक देश में 1.80 लाख लोगों को पीओसी इश्‍यू किया गया है। इनमें से कितने लोगों की उम्र 60 वर्ष से अधिक है इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इतना ही नहीं द पाकिस्‍तान में वैक्‍सीन के लिए रजिस्‍ट्रेशन करने वाली हेल्‍पलाइन सर्विस 1166 भी पीओसी रखने वालों को टीकाकरण के लिए सही उम्‍मीदवार नहीं मान रही है। अखबार ने 70 वर्षीय एक बुजुर्ग जावेद अख्‍तर का जिक्र करते हुए बताया है कि उनकी पत्‍नी अमेरिकी है और दशकों से उसके साथ पाकिस्‍तान में ही बसी हुई है। इसके बाद भी वैक्‍सीनेशन के लिए अख्‍तर का तो रजिस्‍ट्रेशन हो गया लेकिन उनकी पत्‍नी का कई बार कोशिश करने के बाद भी रजिस्‍ट्रेशन नहीं हुआ है। इसके बाद जब उन्‍होंने ऐसा होने की वजह जाननी चाही तब उन्‍हें पता चला कि पीओसी रखने वाले इसके लिए मान्‍य नहीं हैं। भले ही वो वर्षों से पाकिस्‍तान में रह रहे हों।

अख्‍तर इस्‍लामाबाद में रहते हैं। उन्‍होंने सरकार से इस बात को लेकर नाराजगती जताते हुए पूछा है कि क्‍या वो अपनी पत्‍नी को वापस अमेरिका भेज दें। उनके मुताबिक ये उनके और उनकी पत्‍नी के लिए बेहद शर्मिंदगी की बात है। जो दशकों से उनके साथ रह रही है उसको ही वैक्‍सीनेशन में शामिल नहीं किया गया है।

द डॉन के मुताबिक जब इसको लेकर मंत्रालय से पूछा गया तो उसके प्रवक्‍ता ने बताया कि सभी पीओसी रखने वाले वैक्‍सीनेशन के लिए मान्‍य हैं और सरकार उन्‍हें भी पाकिस्‍तानी ही मानती है। हालांकि उन्‍होंने इस बारे में बैठक करने और इस मुद्दे को उठाने की बात कही है। उन्‍होंने ये भी कहा है कि यदि कोई समस्‍या है तो उसका समाधान किया जाएगा। नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर ने बताया है कि बीते 24 घंटों के दौरान पाकिस्‍तान में कोरोना वायरस संक्रमण के 1592 नए मामले सामने आए हैं और 22 मरीजों की मौत हुई है। पूरे देश में 18415 एक्टिव मामले हैं और सोमवार को 2071 मरीजों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया और 211 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है।

आपको बता दें कि पीओसी होल्‍डर को पाकिस्‍तान में मल्‍टीपल वीजा फ्री एंट्री की सुविधा है। इसके अलावा उन्‍हें पुलिस थाने में बार-बार जाकर हाजिरी लगाने से भी छूट प्राप्‍त है। वो पाकिस्‍तान में वो प्रॉपटी खरीद सकते हैं और बेच भी सकते हैं। वो पाकिस्‍तान में किसी भी बैंक में खाता खुलवा सकते हैं। ऐसे कार्ड होल्‍डर इसे नेशनल आईडेंटिटी कार्ड की जगह अपनी नागरिकता दिखाने के लिए भी इस कार्ड का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इन्‍हें पाकिस्‍तान में नौकरी भी मिल सकती है। इसके बाद भी कोविड-19 वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम में इन्‍हें शामिल न करना पाकिस्‍तान की नीयत पर सवाल जरूर खड़ा करता है।

ये कार्ड दरअसल, विदेशों में बसे पाकिस्‍तानियों को उनकी जमीन से जोड़े रखने का एक प्रयास है। इस तरह का कार्ड हासलि करने के लिए कुछ शर्तें हैं:-

– पाकिस्‍तान नागरिक से शादी करने वाले विदेशी हों

– विदेशों में बसे पाकिस्‍तानी मूल के व्‍यक्ति के बच्‍चे हों या पाकिस्‍तान नागरिकता रखने वाले विदेशी

– ऐसे विदेशी व्‍यक्ति जिनके दादा-दादी पाकिस्‍तानी नागर‍िक हों

– ऐसे विदेशी नागरिक जिनके भाई, बहन, अंकल, आंटी पाकिस्‍तानी नागरिक हों

– ऐसे व्‍यक्ति जिनका जन्‍म पाकिस्‍तान में नहीं हुआ है और उन्‍होंने किसी पाकिस्‍तानी नागरिक से शादी की भी ये कार्ड मिल सकता है, लेकिन भारत, इजरायल और ताइवान के नागरिक को इसे पाने का अधिकार नहीं है।

– इसके अलावा ऐसे देश या जगह जिसको पाकिस्‍तान मान्‍यता नहीं देता है, व्‍यक्ति को भी ये कार्ड इश्‍यू नहीं हो सकता है।

– दुश्‍मन देश के नागरिकों को भी ये कार्ड नहीं दिया जा सकता है।

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