Uttarakhand

पहली बार श्रद्धालुओं ने किए स्वर्ण जड़ित गर्भगृह में बाबा केदारनाथ के दर्शन

यह पहला मौका है, जब भारी उत्साह के बीच 18,300 तीर्थ यात्रियों ने केदारनाथ धाम में स्वर्ण जड़ित गर्भगृह में बाबा के दर्शन किए। केदारनाथ धाम और 16 किमी लंबे पैदल मार्ग के विभिन्न पड़ाव बाबा केदार के जयघोष से गुंजायमान रहे। दोपहर बाद धाम में बर्फबारी होने लगी, लेकिन तीर्थ यात्रियों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई।

मंगलवार सुबह तक दस हजार से अधिक तीर्थयात्री धाम में पहुंच चुके थे। सुबह 6:20 बजे मंदिर के कपाट खोले गए और पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से की गई। रावल भीमाशंकर लिंग व मुख्य पुजारी ने पूजा संपन्न कराई। प्रदेश सरकार की ओर से हेलीकाप्टर से धाम में फूलों की वर्षा करवाई गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बाबा केदार के दर्शन कर देश एवं प्रदेश की खुशहाली की कामना की।

केदारनाथ मंदिर में चढ़ाया सोने का छत्र

केदारनाथ मंदिर में एक दानी ने सोने का छत्र व कलश चढ़ाया है। गत वर्ष भी महाराष्ट्र निवासी इन्हीं दानी ने गर्भ गृह की चहारदीवारी पर सोने की परत चढ़वाई थी।

श्रद्धालुओं के उत्साह के आगे बौनी पड़ीं मौसम की चुनौतियां, पहले दिन 18 हजार से अधिक ने किए दर्शन

सुबह 6:20 बजे खोले गए केदारनाथ धाम के कपाट, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से हुई पहली पूजा

घने कोहरे के कारण राज्यपाल नहीं कर पाए दर्शन

राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) को भी दर्शन के लिए पहुंचना था, लेकिन घने कोहरे के कारण उनका हेलीकाप्टर धाम में लैंड नहीं कर पाया। ऐसे में उन्हें बिना दर्शन किए ही वापस लौटना पड़ा। घने बादल घिरे होने से हेली सेवा लगातार बाधित होती रही।

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