सीएम योगी बोले- चौथी औद्योगिक क्रांति का केंद्र बनेगा यूपी, 96 लाख एमएसएमई इकाइयां अर्थव्यवस्था की नींव
UP News मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे हैं। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए लगभग 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए टीम योगी प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए लगभग 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों ने यह तय कर दिया है कि चौथी औद्योगिक क्रांति का मुख्य केंद्र उत्तर प्रदेश ही बनेगा। लोकभवन सभागार में शुक्रवार को आयोजित ओडीओपी, एमएसएमई, हस्तशिल्पियों के पुरस्कार समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास का केंद्र बिंदु यहां मौजूद 96 लाख एमएसएमई इकाइयां हैं।
समय आ गया है कि हमें अब प्रदेश में एमएसएमई प्रोडक्ट को नए मुकाम पर ले जाने के लिए डिजाइनिंग और पैकेजिंग इंस्टीट्यूट खोलने होंगे। इस मौके पर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत टूलकिट का भी वितरण किया गया। मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा श्रम योजना से बैंकों को भी जोड़ने की बात कही। कहा, इससे हमारे कारीगर अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए आर्थिक मदद प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने प्रदेश के प्रत्येक जिले में बैकों के साथ विश्वकर्मा श्रम योजना से जुड़े कारीगरों की बैठक के आयोजन पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडीओपी आज प्रदेश के प्रत्येक जिले के उत्पादों को न सिर्फ प्रोत्साहित कर रहा है, बल्कि नई डिजाइन और तकनीक के साथ जोड़ते हुए उसके लिए वैश्विक बाजार भी उपलब्ध करा रहा है।
ओडीओपी ने यूपी के हस्तशिल्पियों को वैश्विक स्तर पर सम्मान दिलाया है। यही कारण है कि यूपी आज एक्सपोर्ट के हब के रूप में उभरकर सामने आया है। 2017 से पहले केवल 86 हजार करोड़ रुपये का निर्यात हम कर पाते थे, मगर इस वर्ष पौने दो लाख करोड़ का निर्यात करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 51 बुनकरों को संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह बुनकर हमारी ताकत हैं। यूपी में ढाई से तीन लाख परिवार इस कार्य से जुड़े हैं। बुनकरों और पावरलूम लगाने वालों के लिए प्रदेश सरकार ने विद्युत के फ्लैट रेट के लिए स्कीम को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
शीघ्र प्रदेश सरकार इसकी घोषणा करने जा रही है ताकि इस परंपरागत कार्य को सुविधाजनक ढंग से आगे बढ़ाया जा सके।इस अवसर पर संत कबीर राज्य हथकरघा सम्मान के लिए 12 लोगों को, राज्य निर्यात पुरस्कार से 34 इकाइयों को और एमएसएमई पुरस्कार से 20 लोगों को सम्मानित किया गया। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जुड़े 75 हजार कारीगरों को प्रमाणपत्र के साथ टूलकिट का वितरण किया गया। इस मौके पर औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, एसीएस एमएसएमई एंड एक्सपोर्ट प्रमोशन अमित मोहन प्रकाश, सचिव प्रांजल यादव, कमिश्नर राजेश कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
भारत की अर्थव्यवस्था का सिरमौर बनने की ओर बढ़ रहा उत्तर प्रदेश
नन्दीऔद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हर गुजरते दिन के साथ उत्तर प्रदेश भारत की अर्थव्यवस्था का सिरमौर बनने की ओर ठोस कदमों के साथ आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश निवेश और निर्यात का हब बनकर उभरा है। वर्ष 2017 से वर्ष 2022 के दौरान उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बना है और अब सर्वोत्तम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है।
देश की 14 प्रतिशत एमएसएमई इकाईयां उत्तर प्रदेश में
राकेश सचान एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल एवं गतिशील नेतृत्व में उत्तर प्रदेश नई ऊंचाइयों को छू रहा है। राज्य में देश की लगभग 14 प्रतिशत एमएसएमई इकाइयां कार्यरत हैं। प्रदेश सरकार एमएसएमई, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं को संचालित कर रही है। लखनऊ एवं हरदोई के बीच एक हजार एकड़ भूमि पर मेगा टेक्सटाइल पार्क की स्थापना की जाएगी, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रदेश सरकार एमएसएमई पार्कों की स्थापना के लिए प्लेज योजना के अंतर्गत कार्यों को आगे बढ़ा रही है।
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601