सीएम धामी ने चारधाम यात्रा को लेकर दिए निर्देश, उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालुओं को कराए जाएंगे दर्शन
देहरादून: उत्तराखंड में 22 अप्रैल से प्रारंभ होने जा रही चारधाम यात्रा के सुरक्षित, सुगम और सुव्यवस्थित संचालन को सरकार ने कमर कस ली है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि राज्य में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा में दर्शन कराए जाएंगे।
जिन व्यक्तियों ने यात्रा के दृष्टिगत होटल व होम स्टे में बुकिंग करा ली है, उनके लिए भी दर्शन की व्यवस्था करने के उन्होंने निर्देश दिए। साथ ही चारधाम वाले तीन जिलों के स्थानीय निवासियों के लिए पंजीकरण की अनिवार्यता को खत्म करने को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने सचिवालय में हुई समीक्षा बैठक में चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में बिंदुवार जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालु चारधाम के अतिरिक्त अन्य प्रमुख व धार्मिक स्थलों का रुख करें, इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही यात्रा के दृष्टिगत पर्यटन, पुलिस व परिवहन विभाग के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया।
यात्रा मार्गों पर क्रैश बैरियर की समुचित व्यवस्था की जाए।
पार्किंग स्थलों पर वाहन चालकों के रहने व सोने की समुचित व्यवस्था हो।
वाहनों की फिटनेस पर वि शेष ध्यान रखा जाए और अन्य राज्यों से भी समन्वय किया जाए।
यात्रा मार्गों व पड़ावों पर व्यवस्थित ढंग से आयोजित किए जाएं स्वास्थ्य शिविर।
केवल एंट्री प्वाइंट पर ही ली जाए जानकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए यात्रा मार्गों व पड़ावों में यात्रा मित्रों की तैनाती की जा सकती है। यात्रा मित्र के तौर पर स्थानीय व्यक्तियों को रखा जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि चारधाम यात्रा के लिए जिन विभागों के कार्मिकों की ड्यूटी लगाई जाती है, उनमें पहले स्वेच्छा से जाने वालों को प्राथमिकता दी जाए।
स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन
चारधाम यात्रा के दौरान यात्रा मार्गों पर स्थानीय उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित किया जाएगा। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि वोकल फार लोकल को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने श्रद्धालुओं से अपने यात्रा व्यय का पांच प्रतिशत स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने की अपील की है। ऐसे में चारधाम यात्रा के दौरान स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन दिया जाए।
उन्होंने जीएमवीएन के गेस्ट हाउसों में स्थानीय उत्पादों को रखने और उत्पादों के बारे में प्रचार-प्रसार भी बल दिया। बैठक में मुख्य सचिव डा एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, सचिव कुर्वे व एचसी सेमवाल, गढ़वाल मंडलायुक्त सुशील कुमार, आइजी केएल नगन्याल व रिद्धिम अग्रवाल समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। चमोली, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी के डीएम वर्चुअल माध्यम से बैठक से जुड़े।
चारों धामों में सुगमता से दर्शन करेंगी देव डोलियां
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद चारधाम वाले तीन जिलों चमोली, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी के स्थानीय निवासियों के लिए अपने-अपने जिले के धामों में जाने को पंजीकरण की बाध्यता खत्म कर दी गई है। इसके साथ ही चारों धामों में देव डोलियां भी सुगमता से दर्शन कर सकेंगी। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के अनुसार धामों में जाने वाले स्थानीय निवासियों को स्थानीय पुलिस, प्रशासन को सूचना देनी होगी। यदि जरूरत पड़ती है तो वे अपने जिले से संबंधित कोई आइडी दिखा सकते हैं।
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