भाजपा अकेले लड़ेगी 2027 विधानसभा चुनाव

AAP सरकार पर विफलताओं का आरोप, महिलाओं और किसानों को किया गया लुभावना वादा
लुधियाना,
पंजाब की राजनीति में एक बड़ा मोड़ आया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने ऐलान किया है कि पार्टी आगामी 2027 विधानसभा चुनाव में किसी भी गठबंधन के बिना अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी। लुधियाना में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान शर्मा ने कहा कि भाजपा अब पंजाब में स्वतंत्र शक्ति के रूप में उभरने को तैयार है।
उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर जमकर निशाना साधा। शर्मा ने कहा कि “महिलाओं को ₹1,000 प्रति माह की आर्थिक सहायता देने का जो वादा AAP ने किया था, वह आज तक पूरा नहीं किया गया। नशे की समस्या और राज्य में बढ़ते अपराध पर सरकार पूरी तरह विफल रही है।”उन्होंने कहा कि आज पंजाब की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है और राज्य की स्थिति लगातार गिरती जा रही है।
अश्वनी शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि भाजपा 2027 में सत्ता में आती है तो वह कृषि, रोजगार और सामाजिक कल्याण जैसे प्रमुख मुद्दों पर ठोस काम करेगी। उन्होंने किसानों के लिए विशेष योजनाएं और युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने का आश्वासन दिया।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा के इस निर्णय से पंजाब की सियासत में नई उठापटक शुरू हो सकती है। अब तक पंजाब में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल का वर्चस्व रहा है, लेकिन भाजपा इस बार खुद को एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश कर रही है।
भाजपा का यह ऐलान पंजाब की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी महीनों में अन्य दल कैसे प्रतिक्रिया देते हैं और क्या कोई नया राजनीतिक गठबंधन आकार लेता है।
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