National

अमेरिका में ISKCON मंदिर पर हमला

20–30 राउंड फायर, नाइटटाइम में भक्त मौजूद, जांच जारी

उटाह स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर को बनाया निशाना, नफरत की आशंका, जांच जारी

स्पैनिश फोर्क, उटाह (अमेरिका): अमेरिका के उटाह राज्य के स्पैनिश फोर्क शहर में स्थित इस्कॉन (ISKCON) श्री श्री राधा कृष्ण मंदिर पर अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी कर दहशत फैला दी। मंदिर पर तीन अलग-अलग रातों में हुए हमलों में करीब 20 से 30 राउंड फायर किए गए। हमले में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन मंदिर की दीवारों, आर्च और खिड़कियों को गंभीर नुकसान पहुंचा है।

घटना के समय मंदिर में श्रद्धालु भी मौजूद थे। यह हमले रात के अंधेरे में किए गए और सुरक्षा कैमरों में एक संदिग्ध पिकअप ट्रक भी कैद हुआ है। हमले की पुष्टि के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और इसे संभावित हेट क्राइम (घृणा अपराध) मानकर जांच की जा रही है।

मंदिर अध्यक्ष वै वार्डेन ने इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा,

“यह हमला हमारे लिए बहुत आहत करने वाला है। हमारी आशंका है कि यह नफरत से प्रेरित अपराध हो सकता है। मंदिर और श्रद्धालु हमेशा शांतिपूर्ण रहे हैं।”

मंदिर की सह-संस्थापक वैभवी देवी दासी ने बताया कि मंदिर की ऐतिहासिक नक्काशी और महंगे इंटीरियर को भी नुकसान हुआ है। “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे शांतिपूर्ण परिसर पर इस तरह हमला होगा,” उन्होंने कहा।

Utah County Sheriff’s Office ने मंदिर से बरामद करीब 30 गोली के खोल जब्त किए हैं और हमले के पीछे शामिल संदिग्धों की जानकारी देने वाले को $1,000 (लगभग ₹83,000) इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस मंदिर के आस-पास लगे CCTV फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।

मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अस्थायी सुरक्षा गार्ड्स तैनात किए गए हैं। एक निजी कंपनी ने मंदिर को दो सप्ताह तक फ्री में सुरक्षा वाहन देने का प्रस्ताव दिया है।

भारतीय वाणिज्य दूतावास (Consulate General of India, San Francisco) ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि

“हम इस्कॉन मंदिर पर हुए फायरिंग की घटना की कड़ी भर्त्सना करते हैं और स्थानीय प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की अपेक्षा करते हैं।”

अमेरिका में बसे हिंदू संगठनों जैसे CoHNA (Coalition of Hindus of North America) ने भी इसे हेट क्राइम बताया और दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।

घटना के बाद स्थानीय समुदाय में एकता देखने को मिली है। पास के ईसाई चर्चों और यहूदी संगठनों ने मंदिर प्रशासन से एकजुटता दिखाई है। मंदिर ने साफ किया है कि पूजा-अर्चना नियमित रूप से जारी रहेगी और श्रद्धालुओं से भयभीत न होने की अपील की है।

यह हमला केवल एक धार्मिक स्थल पर गोलीबारी नहीं, बल्कि अमेरिका में बढ़ती असहिष्णुता का संकेत भी माना जा रहा है। मंदिर प्रशासन, भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय हिंदू समुदाय की नज़र अब इस बात पर है कि अमेरिका की न्याय प्रणाली कितनी तेजी से दोषियों को पकड़ती है और इस घृणा अपराध को कैसे रोका जाता है।

Related Articles

Back to top button