अमित शाह का पुत्र बन ठगी करने के मामले में आया नया मोड़। जांच के लिए यहां पहुंची मणिपुर पुलिस

गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के नाम का दुरुपयोग कर ठगी करने के एक बड़े मामले में नया मोड़ सामने आया है। इस फर्जीवाड़े में आरोपियों ने मणिपुर विधानसभा अध्यक्ष और एक विधायक को ठगने की कोशिश की। उन्होंने झूठा दावा किया कि अगर वे उन्हें कुछ करोड़ रुपये देते हैं, तो उन्हें मणिपुर का मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा।
कैसे हुआ खुलासा?
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब मणिपुर के एक विधायक और विधानसभा अध्यक्ष को एक फोन कॉल आया। फोन करने वाले शख्स ने खुद को जय शाह (अमित शाह के बेटे) का करीबी बताया और कहा कि अगर वे मुख्यमंत्री पद की चाहत रखते हैं, तो इसके लिए मोटी रकम चुकानी होगी।
शुरुआत में विधायक और अध्यक्ष को शक नहीं हुआ, लेकिन बाद में जब उन्होंने इस बारे में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क किया, तो उन्हें पता चला कि यह पूरी तरह से फर्जीवाड़ा है। इसके बाद उन्होंने मणिपुर पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
मणिपुर पुलिस उत्तराखंड क्यों पहुंची?
जांच के दौरान मणिपुर पुलिस को पता चला कि इस गिरोह के कुछ सदस्य उत्तराखंड के हरिद्वार में सक्रिय हैं। पुलिस को इनपुट मिला कि हरिद्वार में बैठकर ठगी का यह खेल रचा गया था। इस जानकारी के आधार पर मणिपुर पुलिस की एक टीम उत्तराखंड पहुंची, जहां उन्होंने हरिद्वार पुलिस से संपर्क कर जांच शुरू कर दी।
क्या हो सकता है आगे?
- आरोपियों की गिरफ्तारी – पुलिस जल्द ही इस गिरोह के सदस्यों को पकड़ सकती है।
- पूछताछ के बाद अन्य खुलासे – संभव है कि यह गिरोह और भी राजनीतिक या हाई-प्रोफाइल लोगों को ठगने की योजना बना रहा हो।
- अन्य राज्यों में जांच – इस तरह की ठगी से जुड़े अन्य मामलों की भी जांच की जा सकती है।
निष्कर्ष
यह मामला दिखाता है कि फर्जीवाड़ा और ठगी करने वाले अपराधी अब बड़े राजनीतिक नामों का इस्तेमाल कर लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, और अब जांच एजेंसियां इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश करने में जुट गई हैं।
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