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अल्मा मातेर में ‘मदर टौडलर’ कार्यशाला प्रारंभ

बरेली : अल्मा मातेर डे बोर्डिंग स्कूल में समर कैंप के दौरान विद्यालय की ‘क्रिएटिव डायरेक्टर’ पायल ढ़ींगरा के निर्देशन में छोटे बच्चों की ‘मदर टॉडलर , (बच्चों की माँ के साथ कक्षाएँ )चलाई जा रही हैं। जिसमें विभिन्न विषयों को मनोरंजक तरीके से बच्चों को सिखाया व समझया जा रहा है, जैसे पाम पेंटिंग इसके माध्यम से बच्चों को विभिन्न रंगों को उनके नाम से पहचाना सिखाया जा रहा है ऐसे ही ‘ नर्सरी राइम्स, बच्चों की कविताएँ जिसके द्वारा बच्चे कविता को उचित लय में बोलना व विभिन्न मुद्राओं को सीखते हैं। अलग-अलग गतिविधि क्रिया कलापों के द्वारा विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं को अलग-अलग उनके नाम से पहचानना ,जलीय जंतुओं को उनके नाम से पहचानना, यातायात के नियम, बायनाक्युलर का प्रयोग, स्पर्श द्वारा अनुभव करके वस्तुओं को परखना,अलग-अलग स्वाद का अनुभव जिसमें विभिन्न खाद्य पदार्थों के स्वाद को पहचानना बताया जा रहा है तथा कहानियों के माध्यम से उनको नैतिक मूल्यों की भी जानकारी दी जा रही है। पूल पार्टी के द्वारा उनका मनोरंजन, इस प्रकार प्रत्येक दिन के लिए अलग-अलग थीम के अनुसार यहाँ कार्यशाला चल रही है। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रत्येक बच्चों का उनके नाम के गीत द्वारा उनका स्वागत किया गया जो बहुत ही मनोरंजक रहा। कार्यशाला की प्रभारी शिक्षिकाएँ आरती, निशा भाटिया शिप्रा बनर्जी शिप्रा सिंह हैं।

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