Uttarakhand

हरिद्वार में जेल के भीतर चल रही पाठशाला,बंदी और कैदी अक्षर ज्ञान लेने के साथ ही कर रहे हैं योग

स्कूलों में इन दिनों भले ही ग्रीष्मकालीन छुट्टियां चल रही हों, लेकिन जेल की सलाखों के पीछे बराबर पाठशाला चल रही है। प्रदेश की सबसे बड़ी हरिद्वार जेल में बंदी और कैदी अक्षर ज्ञान लेने के साथ ही महापुरुषों की गाथाएं पढ़कर सद्गुणों को आत्मसात भी कर रहे हैं। देश की महिला आइपीएस अधिकारी किरण बेदी के विजन इंडिया फाउंडेशन और डीपीएस रानीपुर की सहयोग से जेल की लाइब्रेरी में एक हजार से ज्यादा पुस्तकें दी गई हैं। निरक्षर बंदियों को साक्षर कराने के साथ-साथ उन्हें निरोग रखने के लिए योग की शिक्षा भी दी जा रही है।

देश भर में कैदियों के कल्याण के लिए काम करने वाली रिटायर्ड आइपीएस अधिकारी किरण बेदी ने पिछले दिनों जिला कारागार का मुआयना करते हुए कैदियों की शिक्षा का बीड़ा उठाया था।

उनकी संस्था विजन इंडिया फाउंडेशन की निदेशक मोनिका धवन और दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर के प्रधानाचार्य अनुपम जग्गा ने जिला जेल पहुंचकर वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य को कैदियों के लिए किताबें व स्टेशनरी सौंपी थी। ताकि बंदियों का ज्ञानवद्र्धन होने से उनके आचरण में सुधार हो।

इसके बाद से जेल में नियमित रूप से पाठशाला चल रही है। जेल के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि जेल में निरक्षर बंदी व कैदियों को अक्षर ज्ञान कराया जा रहा है। जो बंदी शिक्षित हैं, वह लाइब्रेरी से किताबें पढ़कर महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा ले रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जेल में प्रतिदिन सुबह छह बजे से सात बजे तक योग सिखाया जाता है। जिसमें सभी बंदी प्रतिभाग कर योग करते हैं। पतंजलि योगपीठ के प्रतिनिधि कैदियों को योग की क्लास देते हैं।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि अशिक्षित कैदियों के लिए पाठशाला की भी शुरुआत की गई है। दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक विशेष कक्षा में बंदी अपनी इच्छा से विषय चुनकर पढ़ रहे हैं। पाठशाला की शुरुआत प्रार्थना के साथ समापन राष्ट्रगान के साथ किया जाता है।

उन्होंने कहा कि पाठशाला का मुख्य उद्देश्य बंदियों को शिक्षित और सभ्य नागरिक बनाना है, ताकि वह जेल से बाहर आकर अपने परिवार, समाज और देश की तरक्की में हाथ बंटा सकें। उन्होंने बताया कि पाठशाला में कैदी मन लगाकर पढ़ रहे हैं। जेल में जो शिक्षक किसी न किसी मामले में बंद है, वह कैदियों को अक्षर ज्ञान दे रहे हैं।

किरण बेदी ने ट्वीट कर प्रशंसा की

जेल में बंदियों की पाठशाला शुरू होने पर किरण बेदी ने बाकायदा ट्वीट कर जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने कैदियों के प्रति रचनात्मक कार्यों और कार्यक्रम आयोजित करने के लिए वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य के प्रयासों की सराहना भी की है।

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