Uttarakhand

इंश्योरेंस कंपनी को बीमा की राशि देने के आदेश,सड़क दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हुआ हुए वाहन के लिए

स्थायी लोक अदालत ने श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को शिकायतकर्ता को बीमा की राशि दो लाख 38 हजार रुपये मय ब्याज देने के आदेश दिए हैं। सड़क दुर्घटना में बीमित वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था, मगर कंपनी की ओर से बीमा राशि का भुगतान देने से इन्कार कर दिया गया था।

संपूर्ण सिंह गहरावर निवासी देहरादून ने टाटा सूमो खरीदी थी, जिसका बीमा श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी से करवाया था। बीमा पालिसी समयावधि के दौरान 29 नवंबर 2019 को गौंथी बैंड त्यूचर रोड ब्लाक जखोली जिला रुद्रप्रयाग पर वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। शिकायतकर्ता के अनुसार, बीमा शर्तों के अनुसार दुर्घटना के दौरान वैध ड्राइविंग लाइसेंस था और सूचना समय रहते इंश्योरेंस कंपनी को दे गई थी। जिसके बाद सर्वेयर ने वाहन को पूर्णत: क्षतिग्रस्त की श्रेणी में घोषित किया। शिकायतकर्ता की ओर से क्लेम दर्ज होने के बाद बीमा कंपनी की ओर से मांगे गए दस्तावेज भी उपलब्ध करा दिए गए।

इंश्योरेंस कंपनी ने अपने जवाब में कहा कि पालिसी की शर्तों के अनुसार शिकायतकर्ता को दुर्घटना के तुरंत बाद ही बीमा कंपनी को सूचित करना चाहिए था, जोकि नहीं किया गया। इसके अलावा दुर्घटना की रिपोर्ट सात दिसंबर 2019 को दर्ज कराई गई। वाहन चालक के पास दुर्घटना के समय वैध ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था, जोकि पालिसी की शर्तों का स्पष्ट उल्लंघन है। इसी आधार पर शिकायतकर्ता का दावा 31 जनवरी 2021 को निरस्त कर दिया गया है।

गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई के बाद स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष राजीव कुमार ने आदेश में कहा कि इंश्योरेंस कंपनी ने गलत तथ्यों के आधार पर पीडि़त का क्लेम खारिज किया था। श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी को आदेशित किया जाता है कि वह शिकायतकर्ता को बीमा घोषित मूल्य के अनुसार दो लाख 38 हजार रुपये छह प्रतिशत ब्याज की दर से 31 जनवरी 2020 से एक महीने में अदा करें। इसके अलावा पांच हजार रुपये केस का खर्च और 10 हजार रुपये मानसिक व शारीरिक संवेदना को आहत करने के लिए अदा करें।

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