प्रधानमंत्री ने गलती स्वीकार की: प्रमोद तिवारी
श्री प्रमोद तिवारी, सांसद, उपनेता राज्य सभा ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये कहा कि ‘‘मैं भी इंसान हंूूॅ, मुझसे भी गलती हो सकती है’’।
श्री तिवारी ने कहा कि आधे- अधूरे मन से ही सही किन्तु अंततः सच्चाई मोदी जी की जुबान पर आ ही गयी कि उन्होंने देष के साथ कितना बड़ा गलत कदम उठाया था । किन्तु उन्होने केवल गलती ही नहीं की थी बल्कि नोटबन्दी के माध्यम से भयंकर लूट की गयी थी, देष की जी.डी.पी. मंें भारी गिरावट हुई जिसकी कीमत आज हर देषवासी चाहे गरीब तपका हो, मध्यम तपका हो या साधारण व्यक्ति हो सभी चुका रहे है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि नोटबन्दी के ही कारण देष की अर्थव्यवस्था में अब तक सुधार नहीं हो सका है और देष की अर्थव्यवस्था चैपट हो गयी है । नोटबन्दी के ही कारण देष का आम जनमानस बदहाली की जिन्दगी जीने को मजबूर है, छोटे और मध्यम उद्योग लगभग समाप्त होने की स्थिति में है, इससे देष के करोड़ो लोगों के परिवार के सामने जीविकोपार्जन की गम्भीर समस्या खड़ी हो गयी है ।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने हिंसा और अराजकता की आग में जल रहे देष के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की गम्भीर समस्या को नजरअंदाज किया, यहीं नहीं आप वहांॅ गये भी नहीं, और वहांॅ की जनता को आपने उनके रहमो करम पर छोड़ दिया।
श्री तिवारी ने कहा कि कोरोना महामारी से देष के कई हजार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी । यदि दुनिया के दूसरे देषों में कोरोना महामारी की जानकारी होने पर शुरूआत में ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को बन्द कर दिया गया होता और माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने ‘‘नमस्ते ट्रंप’’ का कार्यक्रम न कराया होता तो शायद देष को इस महामारी से बचाया जा सकता था और हजारों लोगों की जान बचायी जा सकती थी।
श्री तिवारी ने कहा है कि लद््दाख के प्रकरण में माननीय मोदी जी ने कहा था कि ‘‘न तो कोई देष की सीमा के अंदर आया था और न ही हमारी भूमि पर किसी ने कब्जा किया है, जबकि सेना ने समझौता करके अपने अधिकार वापस लिये है।
श्री तिवारी ने कहा कि माननीय मोदी जी जापान में जाकर देष के खिलाफ बयानबाजी किये, अमेरिका गये तो वहांॅ पर एक आम कार्यकर्ता की भांॅति नारे लगाये कि ‘‘अबकी बार- ट्रंप सरकार’’। माननीय प्रधानमंत्री जी का इस तरह का आचरण विदेष नीति के विरुद्ध है ।
राफेल के प्रकरण मे भी भयंकर भूल की गयी और लगभग तीन गुनी कीमत पर राफेल खरीदा गया और देष की सम्पत्ति को भारी नुकसान पहंुॅचाया गया।
श्री तिवारी ने तंज कसते हुये कहा कि बड़े दिल वाला, सच्चा और व्यक्ति वह होता है जो अपनी गलती को सहर्ष स्वीकार करता है और उसके लिये माफी मांगता हैः अतः माननीय प्रधानमंत्री जी को देष की जनता के साथ किये गये भयंकर भूल के लिये राष्ट्र से क्षमा मांगनी चाहिए ।
श्री तिवारी ने कहा है कि कुम्भ मेला क्षेत्र में हमेषा से करोड़ो लोग जुटते रहे हैंै । देष के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पं. जवाहर लाल नेहरू जी भी कुम्भ मेले में आये थे और आस्था की डुबकी लगायी थी। प्रयागवासी यहांॅ आने वाले हर जाति एवं धर्म के लोगों का सदैव स्वागत एवं सहयोग करते रहे हैं। हजारों सालों से सनातनी कुम्भ मेला में आते रहे हैं, और भविष्य में भी आयेंगे। यहांॅ वक्फ की जमीन होने की दावा करने का बयान दिलाया गया है, भारतीय जनतापार्टी की विचारधारा के लोगों ने ऐसा बयान दिलाया है- ऐसा कहा जाता है।
श्री तिवारी ने कहा है कि कुम्भ मेला क्षेत्र में जो लोग आस्था एवं विष्वास के साथ आये, वे आस्था की डुबकी लगायें, और कुम्भ मेला को सफल बनाये, ऐसी मैं कामना करता हंूूॅ ।
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