Uttarakhand

युद्ध की आशंका के बीच दोगुना हो गया यूक्रेन-इंडिया का एयर टिकट, भारतीय छात्रों की बढाई चिंता

 एयर टिकट का किराया बढ़ने से यूक्रेन में पढ़ाई करने गए भारतीय छात्रों की चिंता बढ़ गई है। किराया करीब डबल कर दिया गया है। यूक्रेन के टर्नोपिन शहर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे जावेद ने दैनिक जागरण से बात की और बताया कि हालात फिलहाल सही हैं। कोई परेशान होने वाली बात नहीं है। शुरू में हमला होने की संभावना की खबर लगते ही भारत में हड़कंप मच गया था। भारतीय छात्रों को लेकर उनके स्वजनों में चिंता रही। जिसे देखते हुए उत्तराखंड के कुछ छात्रों के स्वजनों ने उन्हें वापस बुला लिया है। फिलहाल काशीपुर के दो छात्र भी साथ हैं और सुरक्षित हैं।

रूस और अमेरिका के बीच बर्चस्व की लड़ाई लंबे समय से चल रही है। यूक्रेन नाटो का सदस्य बनना चाह रहा है, इस बात की भनक लगने पर रूस ने आपत्ति जताई। साथ ही धमकी दी कि यदि यूक्रेन सदस्य बनता है तो करारा जवाब दिया जाएगा। रसिया ने यूक्रेन की सीमा पर टैंक तैनात कर दिए थे। ऊधम सिंह नगर के नौ छात्र रुद्रपुर के पांच, किच्छा के दो और काशीपुर के दो छात्र टर्नोपिन नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। प्रीत विहार रुद्रपुर निवासी जावेद ने बताया कि उनके साथ रुद्रपुर के अर्श मलिक, आशीष तनवर, मलसा के चंदल जल्होत्रा, एजाज खान, किच्छा के अफसान मलिक, मलपुरा के आशिफ, काशीपुर के कादिर खान और साकिब अली मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं।

बताया कि भारत में इस मामले को लेकर कुछ ज्यादा भ्रम फैलाया जा रहा है। यूक्रेन की बार्डर से रसिया ने टैंक वापस ले लिए हैं। लोग परेशान न हों। दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान दूसरे दिन बताया कि यहां के लोगों ने यूनिटी डे मनाया है। बताया कि भारत में इस खबर को इतना फैलाया गया कि कई छात्रों के स्वजनों ने उन्हें वापस बुला लिया है। जबकि स्थिति सामान्य है। कहा कि छात्रों की मुसीबत एयरलाइंस की टिकट ने बढ़ा दिया है। यूक्रेन के लिए फ्लाइट की टिकट में दोगुनी वृद्धि कर दी गई है। पहले 30 से 35 हजार लगते थे, लेकिन इस घटना को सुनते ही अब 75-80 हजार किराया कर दिया गया है।

पंतनगर एयरपोर्ट के डायरेक्टर राजीव पुनेठा ने बताया कि हवाई यात्रा के किराया बढ़ाने का कोई निश्चित मानक नहीं है। डिमांड एंड सप्लाई पर निर्भर करता है। किराया बढ़ाना एयरलाइंस के ऊपर निर्भर करता है। हो सकता है प्लेन कम हो और आवाजाही अधिक हो। दिल्ली से म़ुंबई के बीच भी किराए का उतार-चढ़ाव जारी रहता है।

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