Uttarakhand

भाजपा से बर्खास्‍त किए जा चुके पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का ये वीडियो तेजी से इंटरनेट पर हो रहा है वायरल ,जानिए क्या है इस वीडियो में

उत्‍तराखंड सरकार के मंत्रि‍मंडल और भाजपा से छह साल तक के लिए बर्खास्‍त किए जा चुके पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत इन दिनों सुर्खियों में हैं। जल्‍द ही वह कांग्रेस ज्‍वाइन कर सकते हैं। हरक सिंह ने 2016 में नौ विधायकों के साथ बगावत कर हरीश रावत सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। जिसके बाद कांग्रेस सरकार अल्‍पमत में आ गई थी। वहीं कुछ समय के लिए उत्‍तराखंड में राष्‍ट्रपति शासन भी लग गया था। हालांकि बाद में बगावत करने वाले विधायकों का मत अवैध घोषित हुआ और कांग्रेस की सरकार बहाल हो गई थी। कांग्रेस सरकार से बगावत के दौरान का हरक सिंह रावत का वीडियो अब इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें वह जोर जो से चिल्‍ला रहे हैं क‍ि सरकार अल्‍पमत में आ गई है।

वायरल वीडियो में क्‍या कह रहे हैं हरक

कांग्रेंस में शामिल होने की अटकलों के बीच हरक सिंह रावत का वीडियो इन दिनों इंटरनेट मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह जोर-जोर से चिल्‍ला रहें कि हम 35 हैं, नौ कांग्रेस के और 26 भाजपा के। जिसमें कोई पत्रकार उनसे पूछ रहा है क‍ि अब क्‍या होगा और वह कह रहे हैं सरकार बर्खास्‍त। सरकार अल्‍पमत में आ गई है। इस दौरान वह बगावत करने वाले विधायकों का नाम भी एक एक कर बता रहे हैं। उनसे पूछा जा रहा है कि अब बजट का क्‍या होगा, ज‍िसपर वह कह रहे हैं कि जब सरकार ही बर्खास्‍त है, तो बजट का क्‍या मतलब। हम तो शुरू से ही हरीश रावत सरकार के बजट के खिलाफ हैं।

2016 में हरक ने कांग्रेस के ख‍िलाफ लिखी थी पटकथा

2016 में कांग्रेंस सरकार के ख‍िलाफ हुई बगावत के सूत्रधार हरक सिंह रावत माने जाते हैं। हालांकि बगावत का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने किया था। हरक ने बगावत की पटकथा लिखी थी। बगावत के बाद विजय बहुगुण, हरक स‍िंह रावत, उमेश शर्मा काऊ, प्रदीप बतरा, सुबोध उ‍नियाल, कुंवर प्रणव चैंपियन, शैला रानी रावत, अमृता रावत, डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि तब हरीश रावत सरकार के खिलाफ उनकी कोश‍िशें अंजाम तक नहीं पहुंची थीं। कुछ समय तक कांग्रेस सरकार जरूर अस्थिर हो गई थी, लेकिन बाद में सरकार बहाल हो गई।

हरदा ने बताया लोकतंत्र का गुनहगार

भाजपा से बर्खास्‍त होने के बाद से हरक सिं रावत अभी तक कांग्रेस भी ज्‍वाइन नहीं कर सके हैं। कारण कांग्रेस प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत की आपत्ति के बाद पेच फंसा हुआ है। 2016 में बगावत कर उनकी सरकार गिराने को लेकर हरीश रावत के तीखे तेवरों में अभी कमी नहीं आई है। वह हरक सिंह रावत को लोकतंत्र का गुनहगार बताते हुए पहले माफी मांगने पर जोर दे चुके हैं। विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़ी कांग्रेस ने अभी तक हरीश रावत की आपत्ति को तवज्जो दी है। रावत कह चुके हैं कि हरक की वापसी का फैसला सामूहिक होगा। मंगलवार को भी हरक सिंह रावत कांग्रेस में एंट्री का इंतजार करते रहे। पार्टी ने दो दिन बीतने पर भी इस मामले में पत्ते नहीं खोले।

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