Social

पूर्व केंद्रीय इस्‍पात मंत्री को जदयू प्रदेश अध्‍यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने भेजा नोट‍िस..

जदयू के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष व पूर्व केंद्रीय इस्‍पात मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) अब अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। एक समय मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे अधिक करीबी माने जाने वाले आरसीपी सिंह से उनकी पार्टी ने पिछले नौ साल के दौरान कमाई का हिसाब मांगा है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि आरसीपी सिंह के खिलाफ गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। आरसीपी से प्रदेश अध्‍यक्ष उमेश कुशवाहा (JDU State President Umesh Singh Kushwaha) ने स्‍पष्‍टीकरण मांगा है। नालंदा जिला के जदयू के दो कार्यकर्ताओं की शिकायत के आलोक में जवाब देने को कहा है। आरोप है कि 2013 से 2022 तक आरसीपी सिंह ने अकूत संपत्ति बनाई है। इधर आरसीपी सिंह ने कहा कि आरोप निराधार हैं। दो बेटियों के नाम से जमीन खरीद में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। 

आरोपों पर बिंदुवार मांगा जवाब 

उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को भेजे गए पत्र में लिखा है, आदरणीय रामचंद्र बाबू, नालंदा जिला जदयू के दो साथियों का साक्ष्‍य के साथ परिवाद प्राप्‍त हुआ है। उसमें यह उल्‍लेख है कि अब तक उपलब्‍ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से 2013 से 2022 तक अकूत अचल  संपत्ति निबंधि‍त कराई गई है। इसमें कई प्रकार की अन‍ियमितताएं दृष्टिगोचर होती है।

 

सीएम नीतीश कुमार की जीरो टोलरेंस नीति की चर्चा

पत्र में आगे लिखा है कि आप लंबे समय से दल के सर्वमान्‍य नेता नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ अधिकारी एवं राजनैतिक कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहे। आपको उन्‍होंने दो बार राज्‍यसभा का सदस्‍य, पार्टी का राष्‍ट्रीय संगठन महासचिव, राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष तथा केंद्र में मंत्री के रूप में कार्य करने का अवसर दिया। पूर्ण विश्‍वास और भरोसा के साथ। आप इस तथ्‍य से भी अवगत हैं कि माननीय नेता (नीतीश कुमार) भ्रष्‍टाचार के मामले में जीरो टोलरेंस पर काम करते रहे हैं। इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद उनके दामन पर कोई दाग नहीं लगा। न ही उन्‍होंने कोई संपत्ति बनाई।

रहुई के पूर्व जदयू प्रखंड अध्‍यक्ष ने की शिकायत

ऐसे में पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि शिकायत के आलोक में बिंदुवार अपनी स्‍पष्‍ट राय से पार्टी को तत्‍काल अवगत कराएंगे। नोटिस के साथ रहुई के पूर्व जदयू प्रखंड अध्‍यक्ष सुरेश प्रसाद का पत्र भी संलग्‍न किया गया है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि राज्‍यसभा सांसद बनने के बाद नालंदा जिले के दो अंचलों अस्‍थावां एवं इस्‍लामपुर में करीब 40 बीघा जमीन खरीदी गई है।

 

आरोपों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कही ये बात 

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि उनकी दो बेटियों के नाम पर जमीन की खरीद में कोई गड़बड़ी नहीं है। उनकी दोनों बेटियां क्रमश: आइपीएस और वकील हैं। दोनों 2010 से आयकर रिटर्न दाखिल कर रही हैं। मेरे पिताजी सरकारी सेवा में थे। उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति हमारी दोनों बेटियों के नाम कर दी थी। उन्होंने कहा कि जमीन की खरीद कई टुकड़े में हुई है। कुछ जमीन बदलेन (जमीन के बदले जमीन) की भी है। शहर की तुलना में गांव की जमीन सस्ती होती है। सिंह ने कहा कि जमीन की खरीद में उनके बैंक खाता से एक रुपये का भी लेन देन नहीं हुआ है।

Related Articles

Back to top button