Uttarakhand

जोशीमठ औली रोपवे का संचालन अस्थाई रूप से बंद करने के लिए वेट डाउन करने की प्रक्रिया हुई शुरू

जोशीमठ औली रोपवे का संचालन अस्थाई रूप से बंद करने के लिए इसका वेट डाउन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तार को ढीला किया जा रहा है। ताकी अस्थाई रूप से इसे बंद किया जा सके। इस पर संचालन पांच जनवरी से पहले बंद है।बता दें कि औली रोपवे स्टेशन के बाहर एवं निकट की भूमि में आयी दरार के बाद इसका काउन्टर वेट हल्का उठ गया है।

जोशीमठ पहुंचे ठेकेदार यूसफ खान ने बताया कि रोपवे का वेट हल्का उठ गया है संभवत: भू धंसाव के कारण हुआ है। उन्होंने बताया कि जब तक इस रोपवे का काउंटर वेट ठीक नहीं हो जाता है, तब तक इसकी टैज्क रोप, जिसके सहारे रोपवे कैबिन चलता है, को ढीला नहीं किया जा सकता है।

दूसरी ओर, जानकार सुरज भट्ट कहते हैं कि अगर टैज्क रोप ढीली नहीं की जाती है और इसके टाव भू-धंसाव की जद में आ जाते हैं तो बड़ी हानी हो सकती है।  इसलिए रोपवे का संचालन बंद करने के लिए सदैव ही टैज्क रोप को ढीला किया जाता है, जो काउंटर वेट के एडजस्ट होने के बाद ही किया जा सकेगा।

औली तक पहुंचने वाली रोड को नुकसान नहीं 
जोशीमठ से औली जाने वाले मार्ग पर अभी कोई असर नहीं है। यहां अभी तक कोई दिक्कत नहीं आई है। पानी का डिस्चार्ज भी मारवाड़ी से जेपी कॉलोनी की ओर ही है। इन्हीं स्थान पर नमी भी है। राहत पैकेज और पुनर्वास को लेकर 27 जनवरी को अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में चर्चा होगी। 

जोशीमठ के दो और होटल आए भू-धंसाव की जद में  
मकानों में दरार आने और होटलों के झुकने का सिलसिला जारी है। कुछ दिनों पहले रोपवे मार्ग स्थित होटल स्नो क्रेस्ट एवं कामेट होटल के झुकने के कारण दोनों को खाली करवा दिया था। अब नगर में दो और होटलों के बीच का फासला भी बढ़ने लगा है।  होटल ज्योति लाज और नेचर इन रिट्रीट की दीवारों के बीच फासला बढ़ने लगा है। दोनों होटलों की दीवारें एवं सीढ़ी के कालम में लगभग एक फीट का गैप है। 

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