एनआइआइ ने कहा कि कोवैक्सीन कोरोना के खिलाफ छह महीने तक कारगर, सभी वैरिएंट के खिलाफ देती है मजबूत प्रतिरक्षा
निष्क्रिय वायरस से तैयार कोवैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ कम से कम छह महीने तक सुरक्षा प्रदान कर सकती है। यह कहना है नेशनल इंस्टीट्यूट आफ इम्यूनोलाजी (एनआइआइ) के प्रभारी निदेशक पुष्कर शर्मा का।
शर्मा रविवार को एनआइआइ की सोसायटी की वार्षिक आम सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन की प्रतिरक्षात्मक प्रणाली कोरोना महामारी पैदा करने वाले वायरस सार्स-सीओवी-2 और उसके वैरिएंट आफ कंसर्न को याद रखती है और जब वायरस शरीर में प्रवेश करता है तो वह तुरंत सक्रिय होकर उसे खत्म कर देती है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने आम सभा की अध्यक्षता की।
शर्मा ने बताया कि संकट के समय में कोरोना रोधी वैक्सीन पर शोध की दिशा में विशेष प्रयास किए गए। उन्होंने कहा कि निष्क्रिय वायरस वैक्सीन कोवैक्सीन सार्स-सीओवी-2 और उसके डेल्टा, अल्फा, बीटा और गामा वैरिएंट के खिलाफ मजबूत प्रतिरक्षा पैदा करती है जो कम से कम छह महीने तक बनी रहती है।
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