अब ट्रांजिशन के दौर से गुजरेगी टीम इंडिया, कोच राहुल द्रविड़ के लिए आसान नहीं होगी चुनौती
विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के साथ ही एक युग का अंत हो गया और अब मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को एक मजबूत टीम बनाने के लिए बहुत काम करना होगा, जो घर और विदेश दोनों जगह जीत सके। 33 वर्षीय कोहली सात साल तक टीम इंडिया के कप्तान रहे। वह अबतक के सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान रहे। उनकी कप्तानी में टीम 68 में से 40 सीट जीती। कोहली ने पहली बार 2014 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में टीम का नेतृत्व किया। कप्तान के रूप में उनका आखिरी मैच दक्षिण अफ्रीका में केपटाउन टेस्ट था, जिसमें भारत सात विकेट से हार गया था। उनके कप्तानी छोड़ने के बाद सवाल है कि टीम इंडिया की कमान कौन संभालेगा?
रोहित शर्मा रेस में सबसे आगे
रोहित शर्मा इस रेस में सबसे आगे हैं। उन्हें दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज के लिए उप-कप्तान बनाया गया था, लेकिन चोट की वजह से वह दौरे से बाहर हो गए और केएल राहुल को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। पिछले एक साल में दाएं हाथ के बल्लेबाज ने बल्ले से बहुत धैर्य और दृढ़ संकल्प दिखाया है और हर कोई जानता है कि वह एक कप्तान के रूप में क्या कर सकते हैं। हालांकि, रोहित की फिटनेस दिक्कत का विषय है। यह देखने वाली बात होगी कि क्या चयनकर्ता 34 वर्षीय को तीनों प्रारूपों में कप्तान बनाना चाहते हैं या क्या वे भविष्य की ओर देख रहे हैं।
दूसरा विकल्प केएल राहुल
ऐसे में दूसरा विकल्प केएल राहुल हैं, जिन्होंने हाल ही में कोहली की अनुपस्थिति में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया का नेतृत्व किया था। राहुल ने विदेशी परिस्थितियों में ओपनर के तौर प शानदार दृढ़ संकल्प दिखाया है, लेकिन राहुल के साथ एक बात यह है कि उनकी बल्लेबाजी अचानक खराब हो सकती है। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में पंजाब किंग्स के लिए कप्तानी का रिकार्ड उतना अच्छा नहीं है। 27 मैचों में टीम को 15 में हार मिली है।
रिषभ पंत को भी मिल सकती है जिम्मेदारी
एक और संभावना रिषभ पंत की है और अगर चयनकर्ता भविष्य की ओर देखकर फैसला लेना चाहते हैं तो यह विकेटकीपर-बल्लेबाज उनके दिमाग में जरूर होगा। 24 साल के पंत का दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान के तौर पर रिकार्ड शानदार रहा है। उनकी कप्तानी में टीम प्लेआफ तक पहुंची। कप्तान कोई भी बने मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की सबसे ज्यादा परीक्षा होगी क्योंकि टीम इंडिया अब बदलाव के दौर से गुजरेगी। केपटाउन टेस्ट से पहले विराट कोहली ने कहा था कि ट्रांजिशन जबरदस्ती नहीं किया जा सकता है और यह स्वाभाविक प्रक्रिया है।
टीम में बड़े बदलाव होंगे
अब विराट के कप्तानी छोड़ने और अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा की खराब फार्म के देखते हुए कहना उचित होगा कि टीम में बड़े बदलाव होंगे। रवि शास्त्री और विराट कोहली का युग समाप्त हो गया है और अब यह देखने की जरूरत है कि क्या द्रविड़ एक ऐसी टीम बनाने में सफल होंगे, जो घरेलू और विदेशी दोनों परिस्थितियों में जीत हासिल कर सके। पुजारा और रहाणे की फार्म देखते यह तय है कि वे श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में टीम इंडिया का हिस्सा नहीं होंगे और अब टीम उनके विकल्प के बारे में सोचेगी ।
नाजुक समय में टीम इंडिया को राहुल द्रविड़ को संभालना होगा
श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल ऐसे खिलाड़ी हैं, जो पुजारा और रहाणे की जगह प्लेइंग इलेवन में आ सकते हैं। यह कोहली को लाइनअप में सबसे अनुभवी बल्लेबाज बना देगा। द्रविड़ को कोच बने हुए बहुत कम समय हुआ है, लेकिन टी इंडिया की जूनियर टीम के साथ उन्होंने शानदार काम किया है। उऩकी देखरेख में रिषभ पंत, श्रेयस अय्यर, इशान किशन, पृथ्वी शा और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी उभरे हैं। किसी को इस बात में संदेह नहीं है कि ऐसे नाजुक समय में टीम इंडिया को राहुल द्रविड़ से बेहतर कोई और नहीं संभाल सकता।
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