वर्ल्ड बैंक ने चालू वित्त वर्ष में भारत की अनुमानित ग्रोथ रेट में कटौती का किया ऐलान ,बताई ये बड़ी वजह
वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने चालू वित्त वर्ष में भारत की अनुमानित ग्रोथ रेट में कटौती का ऐलान किया है। वर्ल्ड बैंक ने जनवरी 2022 में भारतीय अर्थव्यस्था को 8.7 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जाहिर किया था। लेकिन अब इसमें 1.2 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है। ऐसे में चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.5 फीसदी की दर स बढ़ने का अनुमान है।
इन वजह से जीडीपी ग्रोथ रेट में हुई कटौती
भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट की वजह ग्लोबल इकोनॉमिक कारणों को माना जा रहा है। वर्ल्ड बैंक ने कहा कि भारतील की अनुमानित जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट की वजह बढ़ती महंगाई, सप्लाई चेन में बाधा और भू-राजनीतिक टेंशन को वजह माना गया है।
वित्त वर्ष 2024 में भी कम हो सकती है जीडीपी ग्रोथ रेट
वर्ल्ड बैंक की मानें, तो वित्त वर्ष 2024 में भारत की विकास दर की रफ्तार कम होकर 7.1 फीसदी हो जाएगी, जो कि वर्ल्ड बैंक के पिछले अनुमान 6.8 प्रतिशत से 30 बेसिस प्वाइंट ज्यादा है। जबकि वर्ल्ड बैंक ने वित्त वर्ष 2025 के लिए जीडीबी वृ्द्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
लोकल आंकड़े का अलग अनुमान
हालांकि वर्ल्ड बैंक और लोकल अनुमान में जीडीपी ग्रोथ रेट में भारी अंतर देखने को मिल रहा है। वित्त वर्ष 2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट का बड़ा संशोधन किया गया है। जो को लोकल पूर्वानुमान के मुकाबले ज्यादा है। उदाहरण के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2013 के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि 7.2 प्रतिशत पर आंकी है। सांख्यिकी मंत्रालय के पहले अनंतिम अनुमान के अनुसार, भारत वित्त वर्ष 2012 में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत होने की संभावना है।
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