Uttar Pradesh

पहली बार स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मस्थली बलरामपुर पहुंचे नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी पहली पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मस्थली पहुंचे। उन्होंने इस दौरान यहां पर बलरामपुर की मिट्टी को नमन करने के साथ ही इस जमीन को सदैव हरा-भरा रखने के बड़े अभियान का शुभारंभ किया।

देश की बागडोर मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को पहली बार बलरामपुर में कदम रखा। उन्होंन भारत रत्न पंडित अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मस्थली की मिट्टी को नमन करने के साथ बड़ी सौगात दी, जिसकी फुहार से किसान जमीनों को सींचेंगे। इससे पहले वह 2014 के लोकसभा चुनाव मे सांसद प्रत्याशी दद्दन मिश्र के समर्थन में आए थे। तबसे यहां की जनता उनके आने की राह निहार रही है। सात वर्ष बाद पीएम मोदी को देखने का लोगों का इंतजार खत्म हो गया।

बलरामपुर पहले संसदीय क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। यह गोंडा जनपद का हिस्सा था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को यहां की जनता ने सिर आंखों पर बैठाते हुए पहली बार संसद भेजा था। अटल जी को यहां से दो बार सांसद का ताज पहनने का अवसर मिला। बलरामपुर से अटल जी से गहरा नाता है। अटल जी बलरामपुर से 1957 से 1962 और 1967 से 1971 तक सांसद रहे। इसके बाद 1997 से 1977 तक ग्वालियर, 1977 से 1984 तक नई दिल्ली और फिर 1991 से 2009 तक लखनऊ से सांसद रहे। इस दौरान 1996 से 2004 तक वह देश के प्रधानमंत्री भी रहे।

बलरामपुर की मिट्टी से निकले भारत रत्न नानाजी देशमुख जैसे महान शख्स ने देश तथा प्रदेश के विकास की कई योजनाओं को बनाया। उनके विकासशील प्रयासों से भी यहां पर अंकुर फूटे हैं। यहां के दबे-कुचले वर्ग के उत्थान के लिए नानाजी देशमुख ने अद्वितीय योगदान किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का भी बलरामपुर से अटूट नाता रहा है। भारत-नेपाल सीमा पर बसे पचपेड़वा में पंडित दीनदयाल शोध संस्थान थारू जनजाति के उत्थान की ओर अग्रसर है। इन महान विभूतियों की धरती को नमन करने के लिए नरेन्द्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में आए।

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी पड़ोसी जनपद गोंडा व बहराइच आकर लौट गए। उस समय उनके बलरामपुर आने का कयास लगा रहे मोदीभक्तों को निराश होना पड़ा था। अब सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पूर्ण होने पर पीएम मोदी को जिले में आकर विकास की धार बहाने का स्वर्णिम अवसर मिल गया है।

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